
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने राज्य की महत्वाकांक्षी कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना (KLIP) को लेकर एक महत्वपूर्ण स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा है कि इस परियोजना को शुरू करने का निर्णय केवल उनका व्यक्तिगत फैसला नहीं था, बल्कि यह तत्कालीन राज्य मंत्रिमंडल (Cabinet) का एक सामूहिक निर्णय था।
केसीआर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कलेश्वरम परियोजना, विशेष रूप से मेदिगड्डा बैराज में कुछ संरचनात्मक मुद्दों के सामने आने के बाद, इसकी योजना और कार्यान्वयन पर गहन जांच और राजनीतिक बहस चल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि परियोजना से संबंधित सभी पहलुओं पर कैबिनेट में विस्तृत चर्चा हुई थी और सभी संबंधित मंत्रियों की सहमति के बाद ही अंतिम निर्णय लिया गया था। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "कलेश्वरम परियोजना का निर्णय मेरा अकेला नहीं था, बल्कि यह पूरे कैबिनेट का सामूहिक निर्णय था।"
इस बयान के माध्यम से, केसीआर परियोजना के निर्माण और कार्यान्वयन की जिम्मेदारी को तत्कालीन सरकार के सामूहिक नेतृत्व के साथ साझा करने का प्रयास कर रहे हैं। यह दर्शाता है कि वह इस महत्वपूर्ण परियोजना से जुड़े फैसलों को पूरी कैबिनेट की इच्छाशक्ति का परिणाम मानते हैं।
कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना तेलंगाना की एक प्रमुख सिंचाई योजना है, जिसका उद्देश्य गोदावरी नदी के पानी को लिफ्ट कर राज्य के सूखाग्रस्त क्षेत्रों तक पहुंचाना है। इस परियोजना की लागत और प्रभावशीलता हमेशा से चर्चा का विषय रही है। केसीआर का यह बयान इस चर्चा में एक नया पहलू जोड़ता है।
--Advertisement--