
क्या आप भी कैलाश मानसरोवर की पवित्र यात्रा का सपना देखते हैं, लेकिन चीन या नेपाल के रास्ते जाने की समस्याओं से हिचकिचाते हैं? तो यह खबर आपके लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है! अब आपको विदेशी सीमाओं के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जी हां, भारत के रास्ते से सीधे कैलाश मानसरोवर के दर्शन संभव हो सकेंगे। ये खुशखबरी देश के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दी है। उनका दावा है कि यह प्रोजेक्ट अगले साल तक पूरा हो जाएगा।
नितिन गडकरी ने हाल ही में एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि कैलाश मानसरोवर जाने के लिए अब तक दो मुख्य रास्ते थे एक नेपाल के रास्ते और दूसरा चीन की सीमा से होकर। लेकिन अब उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से एक नया रास्ता तैयार किया जा रहा है। ये भारतीय धरती से सीधे इस पवित्र स्थल तक ले जाएगा।
गडकरी ने कहा कि मानसरोवर तक तो चीन और नेपाल का कुछ हिस्सा पड़ता है, इसलिए हम बाजू से रास्ता बना रहे हैं। ये सुनकर हर भक्त के मन में खुशी की लहर दौड़ गई होगी, क्योंकि अब यह यात्रा और भी आसान और सुरक्षित हो जाएगी।
माइनस 6 डिग्री में निर्माण कार्य जारी
ये रास्ता बनाना कोई आसान काम नहीं है। गडकरी ने बताया कि ये प्रोजेक्ट बहुत बुरे हालातों में चल रहा है। माइनस 4 से माइनस 6 डिग्री तापमान, ऊंची पहाड़ियां और कठिन भौगोलिक हालात इन सबके बावजूद काम जारी है। इतना ही नहीं, इस प्रोजेक्ट के लिए ऑस्ट्रेलियन टनलिंग मशीनों को हेलिकॉप्टर से लाकर वहां तक पहुंचाया गया। अभी तक 85 से 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है।