Up Kiran, Digital Desk: न्यूजीलैंड के स्टार बल्लेबाज केन विलियमसन के लिए माउंट माउंगानुई के बे ओवल मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ पहला वनडे मुकाबला बहुत ही निराशाजनक रहा। यह मैच चैंपियंस ट्रॉफी के बाद उनका पहला अंतरराष्ट्रीय खेल था, लेकिन अपनी वापसी के मुकाबले में ही वह पहले ही ओवर की पहली गेंद पर आउट हो गए। केन विलियमसन के क्रिकेट करियर में यह पहला गोल्डन डक था, जो किसी भी क्रिकेटर के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होता है।
विलियमसन का वनडे करियर अब तक 80 पारियों से निरंतर 0 पर आउट न होने की स्ट्रीक के साथ चल रहा था, लेकिन इस मैच के साथ यह लकी स्ट्रीक खत्म हो गई। दरअसल, यह उनका कुल छठा डक था। उनका आखिरी डक 2016 में आया था।
गोल्डन डक पर आउट होने के मामले में एक और दिलचस्प रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम है। भारत के इस महान बल्लेबाज ने 1999 से 2004 के बीच लगातार 120 वनडे मैचों में बिना 0 पर आउट हुए खेली थी।
वनडे में बिना डक पर आउट हुए लगातार सबसे ज्यादा पारियां
राहुल द्रविड़ – 120 पारियां
मार्टिन क्रो – 119 पारियां
केप्लर वेसल्स – 105 पारियां
सिकंदर रजा – 98 पारियां
जावेद मियादाद – 95 पारियां
विलियमसन के लिए यह एक कठिन क्षण था, लेकिन वह न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए अब एक "पार्ट-टाइम" खिलाड़ी बन चुके हैं। उन्होंने अपने इंटरनेशनल मुकाबलों को बहुत ही सोच-समझकर चुनने का निर्णय लिया है। इस साल की शुरुआत में, उन्होंने काउंटी क्रिकेट और द हंड्रेड पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कुछ अंतरराष्ट्रीय मैचों से दूरी बनाई थी, जिनमें टेस्ट मैच भी शामिल थे।
इंग्लैंड का लक्ष्य, न्यूजीलैंड की चुनौती
इस मैच में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के सामने 224 रनों का लक्ष्य रखा। इंग्लैंड की ओर से कप्तान हैरी ब्रूक ने अकेले 135 रन बनाए, जो टीम के कुल स्कोर में अहम योगदान था। न्यूजीलैंड की शुरुआत खराब रही, और पहले ही ओवर में उनके दो विकेट गिर गए। विलियमसन के रूप में दूसरा विकेट गिरने के बाद न्यूजीलैंड की स्थिति और कठिन हो गई।
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