
बॉलीवुड निर्माता-निर्देशक करण जौहर ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान ट्रोलर्स को करारा जवाब देते हुए कहा कि आलिया भट्ट को 'नेपो किड' कहना सरासर गलत है, खासकर तब जब लोग उनकी काबिलियत और मेहनत को नजरअंदाज कर देते हैं।
करण जौहर ने कहा, “मैं ये नहीं कहता कि आलिया को पहला मौका इंडस्ट्री कनेक्शन की वजह से नहीं मिला, लेकिन क्या आपने कभी 'हाईवे', 'राज़ी' या 'गंगूबाई काठियावाड़ी' देखी है? इन फिल्मों में जो अभिनय उन्होंने किया है, वो किसी भी बाहरी कलाकार से कम नहीं है।”
करण का ये बयान उस ट्रोलिंग के जवाब में आया है, जिसमें आलिया भट्ट को अक्सर 'नेपोटिज़्म की प्रोडक्ट' कहा जाता है। सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर कई बार बहस छिड़ चुकी है कि उन्हें फिल्में उनके टैलेंट की वजह से नहीं बल्कि करण जौहर और महेश भट्ट जैसे परिवारिक नामों के चलते मिलती हैं।
करण ने आगे कहा, “हर स्टार किड सफल नहीं होता। अगर आप आलिया को सफल मानते हैं तो उसका कारण है उनकी मेहनत, उनकी चॉइस ऑफ रोल्स और लगातार खुद को बेहतर करने की कोशिश।”
करण जौहर की इस प्रतिक्रिया के बाद सोशल मीडिया पर एक नई बहस छिड़ गई है। जहां एक तबका करण के बयान से सहमत नजर आ रहा है, वहीं कुछ लोग अब भी मानते हैं कि बॉलीवुड में बाहरी लोगों को बराबरी का मौका नहीं मिलता।
फिलहाल आलिया भट्ट अपने आगामी प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं और हाल ही में उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा गया है, जो उनकी प्रतिभा को एक तरह से आधिकारिक मान्यता भी देता है।
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