
तेलंगाना के करीमनगर शहर के जाने-माने वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता श्रीनिवास कवेटी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। उन्हें 2025 में एक नहीं, बल्कि तीन प्रतिष्ठित वैश्विक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिसमें सबसे खास "नेल्सन मंडेला अवॉर्ड" भी शामिल है।
लंदन में हुआ सम्मान:श्रीनिवास कवेटी को यह सम्मान यूनाइटेड किंगडम के ऑक्सफोर्ड में आयोजित एक भव्य समारोह में दिया गया। उन्हें यह अवॉर्ड कानूनी समानता, संवैधानिक सुधारों और कमजोर लोगों को न्याय दिलाने की दिशा में किए गए उनके बेहतरीन काम के लिए मिला है। ऑक्सफोर्ड की लॉर्ड मेयर और काउंसलर लुब्श्ना अरशद ने खुद उन्हें यह पुरस्कार सौंपा। इस मौके पर श्रीनिवास ने कहा, "मंडेला के नाम पर सम्मान मिलना मुझे न्याय और सम्मान के लिए लगातार संघर्ष करते रहने की याद दिलाता है।"
मिले दो और बड़े अवॉर्ड: नेल्सन मंडेला अवॉर्ड के अलावा, उन्हें अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में "इंडियन ओवरसीज अवॉर्ड" से भी नवाजा गया। यह अवॉर्ड दुनियाभर में कानून, कूटनीति और मानव कल्याण के क्षेत्र में प्रभावशाली काम करने वाले भारतीय मूल के लोगों को दिया जाता है।
इतना ही नहीं, उन्हें "ग्लोबल एम्बेसडर फॉर लीगल एम्पावरमेंट" के तौर पर भी मान्यता मिली है। यह सम्मान उन्हें कानूनी विकास, पॉलिसी की वकालत और मानवाधिकारों के क्षेत्र में उनके काम के लिए दिया गया।
श्रीनिवास कवेटी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून और कानूनी सुधारों की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम हैं। उनका काम सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे दुनियाभर में कानूनी शिक्षा और न्याय की पहुंच को आसान बनाने के लिए काम कर रहे हैं।