साउथ कोरिया में तख्तापलट करने की नॉर्थ कोरिया के सनकी प्रेसिडेंट किम जोंग उन की भयानक साजिश का अब धीरे-धीरे खुलासा हो रहा है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग उन 50 हजार सीक्रेट एजेंट्स के जरिए साउथ कोरिया की नींव को तबाह कर रहे हैं।
कोरियन इंस्टीट्यूट ऑफ लिबरल डेमोक्रेसी के एक शोधकर्ता के मुताबिक, किम के 50,000 गुप्त सैनिकों में से कई शरणार्थी के रूप में साउथ कोरिया में सीमा पार कर गए। जोंग की योजना पड़ोसी मुल्क की सरकार को उखाड़ फेंकने और अपनी पसंद के व्यक्ति को सत्ता में स्थापित करने की थी। इसे डबल क्रॉस कॉन्सपिरेसी नाम दिया गया था। इस मिशन में कई चुनिंदा उत्तर कोरियाई लोगों को प्रताड़ित किया जाता है और घुसपैठियों में बदल दिया जाता है और सरहद पार साउथ कोरिया में पहुँचाया जाता है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, तानाशाह के जासूस खुद को निर्वासित, पीड़ित के तौर पर पेश करते हैं। वे किम जोंग उन के विरोधी होने का दावा करते हुए पड़ोसी साउथ कोरिया में शरण लेते हैं। इनमें से कई लोगों के झूठ का पर्दाफाश होने पर उन्हें पकड़कर जेल भेज दिया जाता है। हालांकि, जो लोग अपनी पहचान छिपाते हैं वे व्यवस्थित रूप से साउथ कोरिया में व्यवस्था को बाधित करने का कार्य करते हैं। इस बीच, जेल में किम के प्रशिक्षित एजेंट जेल से देश की व्यवस्था को बाधित करते रहते हैं।
आपको बता दें कि साउथ कोरिया में कैद बड़ी संख्या में उत्तर कोरिया के लोग किम के सीक्रेट प्लान का हिस्सा हैं। जहां तक किम के मनसूबों की बात है तो जब वह किसी पड़ोसी देश पर बड़ा हमला करता है तो जेलों में बंद ये कैदी विशेष संकेत मिलते ही जेल में विद्रोह कर देंगे।
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