Who is Rashmi Shukla: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने विपक्ष की शिकायतों पर एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए राज्य की शीर्ष पुलिस अधिकारी (डीजीपी) रश्मि शुक्ला का ट्रांसफर कर दिया है। आयोग ने डीजीपी पद पर नियुक्ति के लिए मुख्य सचिव सुजाता सौनिक से तीन वरिष्ठ आईपीएस अपसरों के नाम मांगे हैं, जिनमें से एक को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया जा सकता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इल्जाम लगाया था कि रश्मि शुक्ला ने विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने का आदेश दिया था, जिससे उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठे। इस इल्जाम के मद्देनजर चुनाव आयोग ने उन्हें पद से हटाने का निर्णय लिया है।
रश्मि शुक्ला को अब सशस्त्र सीमा बल में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है। बता दें कि बीजेपी और शिवसेना सरकार ने उन्हें पिछले दो सालों के लिए सेवा विस्तार दिया था। चुनाव आयोग ने हाल ही में महाराष्ट्र में राजनीति से प्रेरित अपराधों को लेकर चिंता जताई थी और रश्मि शुक्ला से इन्हें रोकने के लिए कहा था। इसके बावजूद, जब विपक्ष ने उनके विरुद्ध शिकायतें कीं, तो आयोग ने ये सख्त फैसला लिया।
शुक्ला है विवादों से पुराना नाता
रश्मि शुक्ला के नाम के साथ कई विवाद जुड़े हुए हैं। 1988 बैच की आईपीएस अधिकारी के रूप में, जब वह महाराष्ट्र में इंटेलिजेंस कमिश्नर थीं, तब उन पर फोन टैपिंग का आदेश देने का इल्जाम लगा था। इसके अलावा, महाविकास अघाड़ी के दलों ने उन पर बीजेपी से करीबी संबंध होने का भी इल्जाम लगाया है। उन्हें जून 2024 में रिटायर होना था मगर सेवा विस्तार मिलने के बाद उनके बीजेपी से नजदीकी के आरोपों ने और तूल पकड़ लिया है।
इस निर्णय ने राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा कर दी है और यह देखने वाली बात होगी कि आगामी चुनावों में इससे क्या प्रभाव पड़ता है। रश्मि शुक्ला का यह मामला इस बात का संकेत है कि चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाने का मन बना लिया है।
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