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Anurabh Sinha Success Story: आईआईटी बॉम्बे से स्नातक अनुराभ सिन्हा एक जानी मानी कंपनी में 84 लाख रुपये प्रति वर्ष कमा रहे थे, मगर उन्होंने अपना खुद का उद्यम शुरू करने के लिए ये सब छोड़ दिया।

भागलपुर के एक छोटे से घर में पले-बढ़े अनुराभ के परिवार ने उनकी आईआईटी की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए संघर्ष किया। इन चुनौतीपूर्ण शुरुआतों से लेकर सफलता तक का उनका सफ़र वाकई यादगार रहा है।

स्नातक होने के बाद अनुराभ ने अपना पहला बिजनेस फ्रैंग्लोबल शुरू किया, जिसे बाद में उन्होंने फ्रैंचाइज़ इंडिया को बेच दिया। इसके बाद उन्होंने ट्रिबो होटल्स के साथ आतिथ्य क्षेत्र में काम किया, जहाँ उन्होंने लॉन्ड्री व्यवसाय में बाज़ार की कमी देखी।

लॉन्ड्री बाजार में अंतर को देखते हुए, अनुराभ और उनकी पत्नी गुंजन ने जनवरी 2017 में 20 लाख रुपये के शुरुआती निवेश के साथ यू क्लीन शुरू करने का फैसला किया।

यूक्लीन ने तेजी से अपना विस्तार किया, 2017 तक हैदराबाद और पुणे में विविधता लाई और भारत भर के 104 शहरों में 350 से अधिक स्टोर तक पहुंच गई। कंपनी ने बांग्लादेश, नेपाल में भी कदम रखा और अफ्रीका और मध्य पूर्व में प्रवेश करने की योजना बनाई है।

'आईआईटी लॉन्ड्रीवाला' के नाम से मशहूर अनुराभ का यूक्लीन भारत में सबसे तेजी से 200 फ्रेंचाइजी तक पहुंचने वाला ब्रांड बन गया, जो उनके संघर्ष की सफलता से रूबरू करवाता है।

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