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Up Kiran, Digital Desk: दुनिया भर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बारे में बड़ी चर्चा हो रही है। लोग जानना चाहते हैं कि AI के माध्यम से कौन से काम किए जा सकते हैं और यह भविष्य में लोगों की नौकरियों को कैसे प्रभावित करेगा या कौन से नए अवसर उत्पन्न करेगा। इसके अलावा सिंथेटिक इंटेलिजेंस (SI) का भी जोरदार चर्चा हो रहा है जो AI से एक कदम आगे माना जा रहा है। SI में AI की तरह तेज़ी तो होगी लेकिन इसके साथ ही इसमें मानवीय संवेदनाएँ और चेतना भी होने की उम्मीद है। इस बदलाव के चलते यह सवाल उठ रहा है कि भविष्य में इंसान की कितनी भूमिका रहेगी।
सिंथेटिक इंटेलिजेंस हाल ही में तकनीकी क्षेत्र में एक नया और दिलचस्प कांसेप्ट बनकर उभरा है। इसे विशेषज्ञ AI का अगला चरण मानते हैं। कुछ दिन पहले प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया कि SI केवल एक मशीन नहीं होगी बल्कि यह एक नई चेतना होगी जिसमें भावनाएं इच्छाएं और अपनी पहचान जैसी मानवतासम्बंधी विशेषताएँ भी होंगी। इसे AI के सामान्य रूप से अधिक जटिल और संवेदनशील प्रणाली के रूप में देखा जा रहा है।
हालांकि अभी तक SI के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है लेकिन यह विचार किया जा रहा है कि यह पारंपरिक AI से कहीं अधिक शक्तिशाली और संवेदनशील हो सकती है। विश्लेषकों के अनुसार AI केवल डेटा प्रोसेसिंग की मशीन होती है जबकि SI में तर्क भावना और व्यक्तिगत पहचान के साथ निर्णय लेने की क्षमता भी होगी। SI के विकास से जुड़ी उत्सुकता लगातार बढ़ रही है और इसे भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण तकनीकी क्रांति माना जा रहा है।
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