Up Kiran, Digital Desk: पूरे इंग्लैंड टूर पर एक भी ओवर न फेंकने वाले कुलदीप यादव ने टेस्ट टीम में अपनी वापसी को यादगार बना दिया। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने सिर्फ अपने दूसरे मैच में ही पांच विकेट चटकाकर दिखा दिया कि वो बेंच पर बैठने वाले गेंदबाज़ नहीं हैं।
भारतीय टीम ने दिल्ली में पहली पारी में 518/5 रन बनाकर अपनी पकड़ मज़बूत की, जिसमें यशस्वी जायसवाल के 175 रन और कप्तान शुभमन गिल का शानदार शतक शामिल रहा।
दिल्ली टेस्ट में कुलदीप का कमाल – गेंद घूमी नहीं, फिर भी विकेट गिरे!
दिल्ली की पिच बल्लेबाज़ों के लिए आसान मानी जा रही थी, लेकिन कुलदीप ने उसे भी अपने स्पिन से ज़हर बना दिया। उनकी बॉलिंग में टर्न कम था, लेकिन हवा में जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाज़ों को छकाया, वह देखने लायक था।
कई विकेट ऐसे थे जहां बल्लेबाज़ टर्न के चक्कर में फंस गए, जैसे कि शाई होप, जिन्होंने सीधी बॉल को पढ़ने में गलती की और अपना विकेट गंवा बैठे।
कुलदीप ने रचा इतिहास – सबसे तेज़ पांच बार 5 विकेट लेने वाले बाएं हाथ के कलाई स्पिनर बने
इस मैच में 27 ओवर फेंकने वाले कुलदीप ने टेस्ट करियर में अब तक पांच बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया है — और वो भी सिर्फ 15 मैचों में! उन्होंने इंग्लैंड के जॉनी वार्डल का रिकॉर्ड बराबर कर लिया, जिन्होंने 28 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
बाएं हाथ के कलाई के स्पिनरों द्वारा सबसे ज़्यादा 5 विकेट:
कुलदीप यादव – 5 बार (15 टेस्ट)
जॉनी वार्डल – 5 बार (28 टेस्ट)
पॉल एडम्स – 4 बार (45 टेस्ट)
बुमराह और सिराज ने भी किया कमाल, फॉलोऑन में ढेर हुई वेस्टइंडीज़
वेस्टइंडीज़ की पूरी टीम 248 रनों पर सिमट गई, जो फॉलोऑन बचाने के लिए 70 रन कम थे। भारत ने बिना देर किए फॉलोऑन लागू किया। सिराज और बुमराह ने निचले क्रम को समेटा, लेकिन असली हीरो कुलदीप ही रहे।




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