Kumbh Mela: प्रयागराज में महाकुंभ मेले के दौरान पिछले बुधवार को मौनी अमावस्या के दिन कई श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम पर अमृत की डुबकी लगाई। हालाँकि, इस पृष्ठभूमि में यूपी के मुजफ्फरपुर से कुछ अलग ही मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने रेलवे प्रशासन से 50 लाख रुपये का मुआवजा मांगा है क्योंकि वह मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान नहीं कर पाया था।
राजन झा नामक व्यक्ति ने मुजफ्फरपुर से प्रयागराज जाने के लिए स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन के थर्ड एसी कोच में अपने और अपने परिवार के दो अन्य सदस्यों के लिए टिकट बुक कराया था, मगर रेलवे की कुप्रबंधन के चलते कोच तक नहीं पहुंच सके। इसलिए राजन झा ने रेलवे से शिकायत कर मुआवजे की मांग की है।
राजन झा ने 27 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर अपने परिवार के साथ स्नान करने के लिए मुजफ्फरपुर से प्रयागराज जाने के लिए स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन के थर्ड एसी में तत्काल टिकट बुक कराया था। वे अपने परिवार के साथ एसी कोच के बी3 की सीट संख्या 45, 46 और 47 पर यात्रा करना चाहते थे।
ट्रेन रात 9:30 बजे रवाना होने वाली थी, मगर राजन झा और उनका परिवार ढाई घंटे पहले, शाम 7 बजे ही स्टेशन पर पहुंच गए। राजन झा ने बताया कि जिस कोच में मेरी सीट थी उसका दरवाजा अंदर से बंद था। स्टेशन महाकुंभ में स्नान करने जा रहे यात्रियों से भरा हुआ था। स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। रेलवे की कुप्रबंधन के कारण हम कोच तक नहीं पहुंच सके और उनकी ट्रेन छूट गई।
50 लाख रुपये का मुआवजा
इस बीच, इस मामले में राजन झा ने अपने वकील एसके झा के माध्यम से रेलवे से 50 लाख रुपये का मुआवजा मांगा है। मामले की जानकारी देते हुए वकील एसके झा ने बताया कि यह उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत सेवा में कमी का मामला है, जो रेलवे की लापरवाही को दर्शाता है। राजन झा अपने परिवार के साथ अमृत स्नान के लिए जाना चाहते थे, मगर कोच का दरवाजा नहीं खुलने के कारण वे अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सके।