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Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मुल्लायनगिरि में अब यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भूस्खलन के खतरे को कम करने के लिए ट्रैफिक नियमों को सख्त किया जा रहा है। अधिकारियों ने यहाँ वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने का फैसला किया है ताकि इस खूबसूरत पहाड़ी इलाके को भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाया जा सके।

मुल्लायनगिरि चिक्कमगलुरु जिले में स्थित है और पश्चिमी घाट की सबसे ऊँची चोटियों में से एक है। यह अपनी शानदार प्राकृतिक सुंदरता, हरी-भरी पहाड़ियों और ठंडी जलवायु के लिए जाना जाता है, जो हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। हालाँकि, भारी बारिश और पहाड़ी रास्तों पर वाहनों के अत्यधिक दबाव के कारण भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है।

अधिकारियों का यह कदम पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। अब यहाँ वाहनों को एक निश्चित संख्या में ही प्रवेश दिया जाएगा और भीड़भाड़ को नियंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा, सड़कों की स्थिति और पहाड़ी ढलानों पर होने वाले बदलावों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी ताकि समय रहते किसी भी संभावित खतरे को पहचाना जा सके।

इस कदम से न केवल भूस्खलन का खतरा कम होगा, बल्कि पर्यटन स्थल पर स्वच्छता और शांति भी बनी रहेगी, जिससे पर्यटकों को और भी बेहतर अनुभव मिलेगा। यह स्थानीय प्रशासन द्वारा प्राकृतिक सौंदर्य और मानव सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने की एक महत्वपूर्ण कोशिश है। उम्मीद है कि इन नए नियमों से मुल्लायनगिरि एक सुरक्षित और सुखद पर्यटन स्थल बना रहेगा।

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