
साल 1994 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ सीरियल 'शांति' भारतीय टेलीविजन की दुनिया में एक मील का पत्थर साबित हुआ, और इस शो की लीड एक्ट्रेस मंदिरा बेदी रातोंरात घर-घर में पहचानी जाने लगीं। आज भी जब कोई 'शांति' की बात करता है, तो सबसे पहले मंदिरा का चेहरा ही आंखों के सामने आता है।
अब भी उतनी ही खूबसूरत, जैसे 20 की उम्र में थीं
15 अप्रैल 1972 को कोलकाता में जन्मी मंदिरा बेदी आज अपना 53वां जन्मदिन मना रही हैं। लेकिन अगर उनकी लेटेस्ट तस्वीरें देखी जाएं, तो कोई यकीन नहीं करेगा कि उनकी उम्र पचास पार कर चुकी है। फिटनेस, आत्मविश्वास और एक्टिव लाइफस्टाइल ने मंदिरा को उम्र के हर पड़ाव पर खास बनाए रखा है।
शिक्षा और शुरुआती करियर
मंदिरा की स्कूली शिक्षा मुंबई के कैथेड्रल और जॉन केनन स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने सोफिया पॉलिटेक्निक कॉलेज, मुंबई से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। एक्टिंग की दुनिया में आने से पहले उन्होंने मॉडलिंग में भी हाथ आजमाया, जो आगे चलकर उनके करियर की दिशा तय करने में मददगार साबित हुई।
टीवी और फिल्मों में दमदार उपस्थिति
‘शांति’ के बाद मंदिरा कई टेलीविजन शोज़ का हिस्सा बनीं। ‘औरत’, ‘दुश्मन’, ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में उनके किरदार दर्शकों को खूब पसंद आए। उन्होंने फिल्मों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में शाहरुख खान और काजोल के साथ काम करते हुए ‘प्रीति’ के किरदार में नजर आईं।
स्पोर्ट्स होस्टिंग में भी साबित किया हुनर
मंदिरा सिर्फ एक्टिंग तक ही सीमित नहीं रहीं। उन्होंने 2003 और 2007 के क्रिकेट वर्ल्ड कप, 2004 और 2006 की चैंपियंस ट्रॉफी, और आईपीएल सीजन 2 को होस्ट किया। इतना ही नहीं, उन्होंने ब्रिटिश नेटवर्क ITV के लिए भी आईपीएल सीजन 3 की होस्टिंग की थी। उनकी खेल जगत में मौजूदगी ने महिलाओं को एक नई दिशा दी।
सोशल मीडिया पर फिटनेस आइकन
मंदिरा बेदी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। इंस्टाग्राम पर उनके वर्कआउट वीडियो और जिम फोटोज यह दिखाते हैं कि वह वाकई फिटनेस फ्रीक हैं। उनकी लाइफस्टाइल और एनर्जी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है, जो बढ़ती उम्र के साथ थकान महसूस करते हैं।
पर्सनल लाइफ में भी मिसाल
1999 में मंदिरा ने डायरेक्टर राज कौशल से शादी की थी। 2011 में उन्हें एक बेटा हुआ, और 2020 में उन्होंने एक बेटी को गोद लिया, जिसका नाम तारा है। मंदिरा ने हमेशा अपने निजी जीवन को सादगी और गरिमा के साथ जिया, चाहे वो मां की भूमिका हो या एक सशक्त महिला की।