Up Kiran, Digital Desk: भारत के दो डॉक्टरों ने मेडिकल की दुनिया में एक ऐसा काम किया है, जिसकी वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को टीबी (Tuberculosis) के इलाज के लिए अपने वैश्विक दिशानिर्देशों को बदलने पर मजबूर होना पड़ा है। यह कहानी है मंगलुरु के डॉक्टर दंपती, डॉ. अनुराग भार्गव और डॉ. माधवी भार्गव की, जिनकी एक शानदार रिसर्च ने दुनिया को टीबी से लड़ने का एक नया और असरदार तरीका दिखाया है।
उनकी यह महत्वपूर्ण स्टडी दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल पत्रिका 'द लैंसेट' में प्रकाशित हुई है, जिसके बाद WHO ने टीबी के इलाज में पोषण (पौष्टिक भोजन) को एक अनिवार्य हिस्सा बना दिया है।
क्या था यह रिसर्च: इस डॉक्टर दंपती ने 'RATIONS' नाम से एक बड़ा ट्रायल किया। यह अपनी तरह का पहला बड़ा अध्ययन था जिसने यह साबित किया कि टीबी के मरीजों को सही पोषण और भोजन देने से न केवल उनकी मृत्यु दर में भारी कमी आती है, बल्कि उनके परिवार में इस बीमारी के फैलने का खतरा भी कम हो जाता है।
यह रिसर्च झारखंड के 2,800 घरों में तीन साल तक चली। इस दौरान टीबी मरीजों और उनके परिवारों को अनाज और दालों से भरे फूड बास्केट दिए गए। नतीजे चौंकाने वाले थे:
टीबी के नए मामलों में 48% की कमी आई।
टीबी से होने वाली मौतों में 35% की गिरावट दर्ज की गई।
दवा के साथ पोषण क्यों है जरूरी: डॉ. भार्गव ने अपनी स्टडी में साफ लिखा, "भारत और दूसरे विकासशील देशों में टीबी फैलने का सबसे बड़ा कारण कुपोषण (Undernutrition) है। इसलिए, पौष्टिक भोजन देना सिर्फ एक मदद नहीं, बल्कि इस बीमारी की रोकथाम और इलाज का एक अहम हिस्सा है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि अब टीबी कंट्रोल प्रोग्राम में भोजन की सहायता को वैकल्पिक नहीं, बल्कि एक जरूरी हिस्सा बनाया जाना चाहिए।
भारत से दुनिया तक असर: इस स्टडी के बाद WHO ने 2025 के लिए अपनी नई गाइडलाइंस में यह सिफारिश की ہے کہ टीबी के हर मरीज को इलाज के दौरान अनिवार्य रूप से भोजन सहायता दी जानी चाहिए। यह दुनियाभर में टीबी के इलाज की नीति में एक बहुत बड़ा बदलाव है।
इस रिसर्च ने भारत सरकार के 'निक्षय पोषण योजना' और 'निक्षय मित्र' जैसे कार्यक्रमों को भी प्रभावित किया है, जो टीबी मरीजों को पोषण सहायता प्रदान करते हैं। मंगलुरु के इन डॉक्टरों ने इलाज और पोषण के बीच की एक बहुत बड़ी खाई को पाट दिया है, जिससे अब दुनिया भर में लाखों जानें बचाई जा सकेंगी।
_756974143_100x75.png)
_1638273256_100x75.png)
_411599961_100x75.png)
_2095901058_100x75.png)
_747542944_100x75.png)