
Up Kiran, Digital Desk: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ऊर्जा और साहस के ग्रह मंगल ने 2 जून 2025 को सुबह 4:00 बजे कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश कर लिया है। मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशियों का स्वामी माना जाता है और यह स्वभाव से एक अग्नि तत्व का ग्रह है। वहीं, सिंह राशि भी अग्नि तत्व की राशि है और इसका स्वामित्व सूर्य ग्रह के पास है, जो मंगल का मित्र ग्रह है।
एक उग्र और शक्तिशाली ग्रह मंगल का अपनी मित्र राशि और उसी तत्व की राशि (सिंह) में गोचर करना ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है। इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों और विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ने की संभावना है।
सिंह राशि में मंगल का यह गोचर ऊर्जा, उत्साह और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि कर सकता है। यह लोगों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक प्रेरित और साहसी बना सकता है। हालांकि, मंगल की उग्र प्रकृति के कारण यह गोचर कुछ क्षेत्रों में आक्रामकता, क्रोध, अहंकार और टकराव की प्रवृत्ति को भी बढ़ा सकता है। व्यक्तिगत संबंधों में तनाव या पेशेवर जीवन में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है। स्वास्थ्य के मोर्चे पर, यह गोचर गर्मी से संबंधित मुद्दों या दुर्घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकता है।
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