
Up Kiran, Digital Desk: मध्य प्रदेश क्रिकेट की दुनिया में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है, और इस अध्याय का नाम है महानआर्यमन सिंधिया। महज 29 साल की उम्र में, महानआर्यमन को मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) का निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया है, और इसी के साथ उन्होंने इस प्रतिष्ठित पद पर बैठने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति बनकर इतिहास रच दिया है।
यह सिर्फ एक नियुक्ति नहीं है, बल्कि यह सिंधिया परिवार की उस विरासत का विस्तार है, जिसने दशकों से मध्य प्रदेश क्रिकेट को सँवारा है। महानआर्यमन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के पोते हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनके दादा और पिता, दोनों ही इस पद पर रहकर MPCA का नेतृत्व कर चुके हैं। अब, तीसरी पीढ़ी के रूप में महानआर्यमन ने इस जिम्मेदारी को अपने कंधों पर लिया है।
युवा सोच, नई उम्मीदें
महानआर्यमन का निर्विरोध चुना जाना यह दिखाता है कि एसोसिएशन के सदस्यों को उनके नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। क्रिकेट की दुनिया में अब यह उम्मीद की जा रही है कि एक युवा अध्यक्ष के आने से एसोसिएशन के कामकाज में एक नई ऊर्जा, एक नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोण का संचार होगा।
उनका लक्ष्य न केवल मध्य प्रदेश में क्रिकेट के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करना होगा, बल्कि जमीनी स्तर पर नई प्रतिभाओं को खोजना और उन्हें राष्ट्रीय मंच के लिए तैयार करना भी होगा।
यह सिंधिया परिवार के लिए एक गौरव का क्षण है, और मध्य प्रदेश क्रिकेट के लिए एक नई उम्मीद की सुबह। अब सबकी निगाहें इस युवा अध्यक्ष पर टिकी हैं कि वे अपनी इस नई पारी में दादा और पिता की तरह ही सफल हो पाते हैं या नहीं।