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Up Kiran, Digital Desk: भारत में मानसून एक बार फिर जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 24 से 26 अगस्त के बीच दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत और मध्य भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस पूर्वानुमान के दायरे में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और बिहार जैसे राज्य भी शामिल हैं। वहीं, पूर्व और दक्षिण भारत के ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी यही स्थिति बनी रहने की उम्मीद जताई गई है।
राजधानी में झमाझम बारिश
शनिवार शाम दिल्ली में गरज और तेज़ हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश देखने को मिली। कई निचले इलाकों में पानी भरने से ट्रैफिक लंबे समय तक जाम रहा। आज भी मौसम विभाग ने राजधानी के अलग-अलग हिस्सों जैसे सिविल लाइंस, लाल किला, लाजपत नगर, नरेला, बवाना, अलीपुर और आईटीओ में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है।
शनिवार को अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से थोड़ा कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
सांस लेने लायक हवा
बारिश का असर राजधानी की हवा पर भी दिखा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, शाम 6 बजे शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 93 दर्ज किया गया, जो "संतोषजनक" श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों के अनुसार 50 तक के स्तर को "अच्छा" और 51 से 100 तक को "संतोषजनक" माना जाता है।
पहाड़ी राज्यों में खतरे का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने, भूस्खलन और बादल फटने की संभावना जताई है।
उत्तराखंड में स्थिति गंभीर बनी हुई है। उत्तरकाशी के धराली और स्याना चट्टी इलाकों में बादल फटने की घटनाएँ दर्ज की गईं। वहीं चमोली ज़िले के थराली और नारायणबगड़ ब्लॉक में भी देर रात पानी और मलबा तेजी से बहकर आया जिससे कई इमारतें और दुकानें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।
नवीनतम मौसम बुलेटिन के अनुसार, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और नैनीताल में आज कहीं-कहीं भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अंदेशा है।
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