
Up Kiran, Digital Desk: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता मिथुन चक्रवर्ती ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को कड़ी चेतावनी दी है। दरअसल, बिलावल भुट्टो ने सिंधु जल संधि को लेकर भारत को धमकी दी थी, जिसके जवाब में मिथुन चक्रवर्ती ने पाकिस्तान को उसकी हदें याद दिलाईं। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान इस तरह की बातें करता रहा और भारत की "खोपड़ी सनक गई" तो "एक के बाद एक ब्रह्मोस मिसाइलें चलेंगी।"
क्या थी बिलावल भुट्टो की धमकी?
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि यदि भारत सिंधु नदी पर कोई बांध बनाता है या संधि का उल्लंघन करता है, तो पाकिस्तान भारत के खिलाफ युद्ध पर विचार करने के लिए मजबूर हो जाएगा। उन्होंने इसे पाकिस्तान के "इतिहास, संस्कृति और सभ्यता" पर हमला बताया।
भुट्टो ने यह भी दावा किया कि भारत की हालिया कार्रवाइयों ने पाकिस्तान को "बहुत नुकसान" पहुंचाया है और पाकिस्तानी नागरिकों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह किया। इससे पहले, पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने भी अमेरिका में कहा था कि यदि पाकिस्तान पर अस्तित्व का खतरा आया तो वह "आधी दुनिया को साथ लेकर डूबेगा।"
मिथुन चक्रवर्ती का सधा हुआ और तीखा जवाब
बिलावल भुट्टो के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, मिथुन चक्रवर्ती ने कोलकाता में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "अगर वे ऐसी बातें करते रहेंगे और हमारी खोपड़ी सनक गई, तो फिर एक के बाद एक ब्रह्मोस मिसाइलें चलेंगी।" उन्होंने आगे व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "हमने तो यह भी सोचा है कि एक ऐसा बांध बनाएं जिसमें 140 करोड़ लोग पेशाब करें, और फिर उस बांध को खोल दें, जिससे एक सुनामी आ जाएगी।"
मिथुन चक्रवर्ती ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका पाकिस्तान के लोगों से कोई विरोध नहीं है, बल्कि उनकी सारी बातें केवल बिलावल भुट्टो जैसे नेताओं के लिए थीं। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की आवाम (आम जनता) समझदार है, वे अच्छे लोग हैं और युद्ध नहीं चाहते।"
ब्रह्मोस: भारत की मारक क्षमता का प्रतीक:मिथुन चक्रवर्ती द्वारा ब्रह्मोस मिसाइल का जिक्र करना भारत की सैन्य ताकत और रक्षा क्षमताओं का एक स्पष्ट संकेत है। ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत और रूस ने मिलकर विकसित किया है। यह अपनी गति, सटीकता और दुश्मन के ठिकानों को भेदने की क्षमता के लिए जानी जाती है। हाल के वर्षों में, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों में ब्रह्मोस मिसाइलों का सफल प्रदर्शन किया है, जिसने पाकिस्तान की रक्षा प्रणालियों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था। इस मिसाइल का उल्लेख करना पाकिस्तान को यह संदेश देना है कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
सिंधु जल संधि का संदर्भ:यह बयान सिंधु जल संधि के संदर्भ में आया है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुई थी और सिंधु नदी प्रणाली के जल के उपयोग को नियंत्रित करती है। हाल ही में, भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में, जो 26 नागरिकों की मौत का कारण बना था, अप्रैल 2025 में सिंधु जल संधि को निलंबित करने का कदम उठाया था। यह घटना दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा रही है।
मिथुन चक्रवर्ती की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान की ओर से भारत को दी जा रही लगातार धमकियों के बीच भारत के मजबूत रुख को दर्शाती है। यह संदेश स्पष्ट है कि भारत अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।
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