राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल इन दिनों सऊदी अरब के दौरे पर हैं। वहां वह अमेरिका के जैक सुलिवन के साथ यूएई और सऊदी अरब के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा कर रहे हैं। डोभाल मोदी सरकार के एक अहम प्रोजेक्ट के लिए मिडिल ईस्ट रीजन में काम कर रहे हैं।
भारत की महत्वाकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के जरिए चीन के बढ़ते प्रभाव पर लगाम लगाएगी। ये देश भारत, अमेरिका, यूएई और सऊदी पश्चिम एशियाई देशों को रेल नेटवर्क से जोड़ने के मिशन पर काम कर रहे हैं।
यह प्रस्ताव अमेरिका ने दिया है और इसमें भारत की बड़ी भूमिका है। अमेरिका चाहता है कि भारत रेलवे में अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल करें। लिहाजा इस परियोजना से भारत को दोहरा फायदा होगा। इससे चीन के प्रभाव को कम करने में भी मदद मिलेगी।
मध्य पूर्व में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अमेरिका ने यह कदम उठाया। इस प्रोजेक्ट में भारत को फायदा है इसलिए भारत भी इच्छुक है। सऊदी अरब और ईरान के बीच चीन के नेतृत्व वाले सौदे ने भारत को अलर्ट पर रखा है। पश्चिम एशिया क्षेत्र भारत की ऊर्जा और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
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