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Up Kiran, Digital Desk: महाराष्ट्र और मुंबई के लिए अगले दो दिन, 8 और 9 अक्टूबर, बहुत खास होने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के दौरे पर यहां आ रहे हैं, और इस दौरान वह देश को कई बड़ी सौगातें देंगे। इस दौरे का सबसे बड़ा आकर्षण नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन है, जो भारत की हवाई यात्रा की तस्वीर बदलने वाला है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टारमर की मेजबानी भी करेंगे।

यह सिर्फ एयरपोर्ट नहीं, एक अजूबा है!

प्रधानमंत्री 8 अक्टूबर को दोपहर करीब 3 बजे नवी मुंबई पहुंचेंगे और देश के सबसे बड़े ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का जायजा लेंगे। इसके बाद करीब 3:30 बजे वह इसका उद्घाटन करेंगे।

आइए जानते हैं इस एयरपोर्ट की कुछ खास बातें जो इसे दूसरों से बिल्कुल अलग बनाती हैं:

लागत और विजन: पहले चरण में इस पर करीब 19,650 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसे भारत को दुनिया का ग्लोबल एविएशन हब बनाने के सपने को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

मुंबई की जरूरत: यह मुंबई का दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा, जो मौजूदा छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) पर यात्रियों के भारी बोझ को कम करेगा।

विशाल क्षमता: यह एयरपोर्ट इतना बड़ा है कि पूरी तरह बन जाने के बाद यहां से हर साल 9 करोड़ यात्री सफर कर सकेंगे और 32 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा कार्गो संभाला जा सकेगा।

अनोखी सुविधाएं:ऑटोमेटेड पीपल मूवर (APM): यह एक तरह की बिना ड्राइवर वाली गाड़ी होगी जो यात्रियों को चारों टर्मिनल के बीच आसानी से ले जाएगी।

वॉटर टैक्सी से कनेक्टिविटी: यह देश का पहला एयरपोर्ट होगा जो सीधे वॉटर टैक्सी से जुड़ेगा। यानी आप नाव से भी एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे!

पर्यावरण का ध्यान: यहां सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) के लिए अलग स्टोरेज, 47 मेगावाट की क्षमता वाला सोलर पावर प्लांट और शहर से जुड़ने के लिए इलेक्ट्रिक बसें होंगी।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ खास मुलाकात

अपने दौरे के दूसरे दिन, 9 अक्टूबर को, प्रधानमंत्री मोदी मुंबई में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टारमर की मेजबानी करेंगे। दोनों नेता मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में CEO फोरम में शामिल होंगे और इसके बाद ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के छठे संस्करण में भी हिस्सा लेंगे। यह मुलाकात भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक और तकनीकी रिश्तों को और मजबूती देगी।

प्रधानमंत्री का यह दौरा सिर्फ कुछ परियोजनाओं का उद्घाटन नहीं है, बल्कि यह मुंबई को भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार करने और दुनिया के सामने भारत की बढ़ती ताकत को दिखाने का एक बड़ा अवसर है।