
Up Kiran, Digital Desk: कुर्नूल जिला कलेक्टर के निर्देश पर जिला महिला एवं बाल कल्याण अधिकारिता विभाग ने भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (नेशनल चाइल्ड अवार्ड्स) के लिए पात्र बच्चों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। जिला महिला एवं बाल कल्याण अधिकारिता अधिकारी पी. विजया ने शनिवार को घोषणा की कि यह निमंत्रण 5 से 18 वर्ष की आयु के उन बच्चों के लिए खुला है, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हैं।
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार: कौन कर सकता है आवेदन?
जिन बच्चों ने नवाचार, शैक्षणिक उपलब्धियों, समाज सेवा, कला और संस्कृति, खेल, पर्यावरण संरक्षण और बहादुरी के कार्यों जैसे क्षेत्रों में राज्य, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सिद्ध उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है, वे आवेदन करने के पात्र हैं। यह पुरस्कार उन बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए है जिन्होंने असाधारण प्रतिभा और समर्पण का प्रदर्शन किया है, जिससे देश को उन पर गर्व हो सके।
आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी: अब 15 अगस्त तक करें ऑनलाइन आवेदन!
ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि, जो पहले 31 जुलाई थी, अब व्यापक भागीदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए 15 अगस्त, 2025 तक बढ़ा दी गई है। यह उन बच्चों और अभिभावकों के लिए एक बड़ी राहत है जिन्हें आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता थी।
चयन प्रक्रिया और सम्मान: राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित, मिलेगी मेडल और सर्टिफिकेट!
आवेदन पत्रों की जांच भारत सरकार द्वारा गठित एक केंद्रीय चयन समिति द्वारा की जाएगी, जो योग्यता, प्रभाव और उपलब्धि के स्तर के आधार पर पुरस्कार विजेताओं की सूची को अंतिम रूप देगी। चयनित बच्चों को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार विजेताओं को भारत सरकार से एक पदक, एक प्रशस्ति पत्र और एक मान्यता प्रमाण पत्र प्राप्त होगा। यह सम्मान न केवल बच्चों की उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि उन्हें भविष्य में भी उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।
कुर्नूल और आंध्र प्रदेश के लिए गौरव का क्षण! जिला अधिकारियों ने स्कूलों, अभिभावकों और नागरिक समाज संगठनों से जिले के प्रतिभाशाली बच्चों की सक्रिय रूप से पहचान करने और उन्हें आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया है, ताकि वे कुर्नूल और आंध्र प्रदेश राज्य के लिए राष्ट्रीय सम्मान ला सकें। यह पहल न केवल व्यक्तिगत बच्चों को लाभान्वित करेगी, बल्कि पूरे राज्य में युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।
--Advertisement--