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लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी देश का सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। क्षेत्रफल की तुलना में प्रदेश की आबादी बहुत ज्यादा है। मनुष्यों के जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियों के कारण इतनी आबादी है। 

जैसे-जैसे आबादी बढ़ती गई, वन कटते गये। पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में 135 करोड़ वृक्षारोपण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है। इस वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में सरकार वन विभाग को नोडल विभाग बनाते हुए अन्य विभागों को सहयोग से एक ही दिन में 35 करोड़ वृक्षारोपण के वृहद अभियान को आगे बढ़ाएगी। इसकी तैयारियां अभी से की जा रही हैं। नर्सरियां तैयार की जा रही हैं। मुख्यमंत्री यहां ‘नेशनल क्लाइमेट काॅन्क्लेव-2023’ के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे।

100 वर्ष से अधिक के वृक्षों को विरासत वृक्षों के रूप में मान्यता

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने जल संरक्षण के लिए अनेक अभियान देश में शुरु किए हैं। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में सूबे में 08 हजार से अधिक अमृत सरोवर बनाने का कार्य पूरा हुआ है। 100 वर्ष से अधिक पुराने वृक्षों को विरासत वृक्ष के रूप में मान्यता दी गई है। उन वृक्षों के संरक्षण के बड़े अभियान को आगे बढ़ाया गया है। हमारे पूर्वज बहुत दूर-दृष्टा थे। वे अच्छे फलदार पौधे लगाते थे। उन्हें बड़ा होने में समय लगता था, लेकिन सैकड़ों वर्षाें के बाद आज भी वे वृक्ष फल दे रहे हैं।

इसी पेड़ के नीचे बाब गंभीरनाथ और सुंदरनाथ के बीच हुआ था संवाद

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में श्रीगोरक्षनाथ मन्दिर परिसर में लगे आम के एक वृक्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि वह वृक्ष आज भी फल दे रहा है। वर्ष 1907 में उस वृक्ष के नीचे बद्रीनाथ धाम के सिद्ध योगी श्री सुन्दरनाथ जी तथा गोरक्षपीठ के सिद्ध योगी योगिराज बाबा गम्भीरनाथ जी के मध्य संवाद हुआ था। वह वृक्ष आज भी उसका गवाह है। भारत की आध्यात्मिक चेतना और क्रान्ति के पवित्र संगठन भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानन्द जी ने वर्ष 1912 में उसी आम के वृक्ष के नीचे योगिराज बाबा गम्भीरनाथ जी से दीक्षा ली थी। आज भी उस वृक्ष की जीवन्तता, भव्यता और दिव्यता देखने को मिलती है।

यूपी सरकार स्क्रैप पालिसी भी लाई

हम सब भी आध्यात्मिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की विरासत की परम्परा को आगे बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं। बहुत से ऐसे वृक्ष होंगे, जिनके नीचे बैठकर क्रान्तिकारियों ने देश की आजादी की रणनीति तय की होगी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए यूपी के सर्वाधिक शहरों में मेट्रो संचालित हो रही है। सरकार ने डीजल व पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के लिए भारत सरकार की तर्ज पर स्क्रैप पाॅलिसी घोषित की है। शीघ्र ही 15 वर्ष पुराने डीजल तथा पेट्रोल से चलने वाले वाहन उत्तर प्रदेश की सड़कों पर नहीं चलेंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों तथा ग्रीन इनर्जी को प्रमोट करने के लिए प्रदेश में नीतियां बनायी गयी हैं।

 

यूपी में टाइगर रिजर्व की संख्या बढ़कर तीन हो गई

केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वन्य व प्रकृति प्रेमी होने और उनकी सक्रियता से पिछले वर्ष राज्य के रानीपुर अभ्यारण्य को देश के टाइगर रिजर्व में सम्मिलित किया गया। उत्तर प्रदेश में टाइगर रिज़र्व की संख्या बढ़कर 03 हो गई है। इसमें दुधवा, पीलीभीत और रानीपुर सम्मिलित हैं। गंगा और शिवालिक क्षेत्र के टाइगर रिज़र्व में बाघों की संख्या वर्ष 2018 में 646 थी। प्रदेश सरकार के प्रयासों से यह अब बढ़कर 804 हो गई है।

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