Up Kiran, Digital Desk: यरुशलम से आ रही ताजा खबर ने पूरे इजरायल को चौंका दिया है। जिन बेंजामिन नेतन्याहू को दुनिया दुश्मन देशों पर लगातार हमले बोलने वाले बेबाक नेता के रूप में जानती है, वही नेता आज अपने ही देश में भ्रष्टाचार के इतने गहरे दलदल में फंस चुके हैं कि अब राष्ट्रपति से क्षमादान की भीख मांग रहे हैं। जी हां, नेतन्याहू ने औपचारिक रूप से राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग से अपील की है कि उनके खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मुकदमों को माफ कर दिया जाए या कम से कम रोक दिया जाए। इजरायल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए इस तरह की याचिका दाखिल कर रहा हो।
तीन गंभीर मामले, एक साथ सिर पर लटक रही तलवार
नेतन्याहू पर कुल तीन अलग-अलग आपराधिक मामले चल रहे हैं। उन पर विश्वासघात, रिश्वत लेना और पैसे के बदले बड़े टेलीकॉम कारोबारियों व हॉलीवुड के एक मशहूर प्रोड्यूसर से राजनीतिक फायदा लेने के गंभीर आरोप हैं। अभी तक किसी भी मामले में उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन अगर एक बार भी कोर्ट ने दोषी करार दे दिया तो प्रधानमंत्री पद से तुरंत इस्तीफा देना पड़ेगा। यही वजह है वो डर जो पिछले कई महीनों से उन्हें परेशान कर रहा है।
न्याय व्यवस्था पर खुलेआम हमला
नेतन्याहू शुरू से इन मामलों को राजनीतिक साजिश बता रहे हैं। उनका दावा है कि मीडिया, पुलिस और जज मिलकर उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। अब उन्होंने राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में कहा है कि ये मुकदमे पूरे देश को बांट रहे हैं और इस संकट के समय राष्ट्रीय एकता के लिए इन केसों को खत्म कर देना चाहिए। वे हफ्ते में तीन दिन कोर्ट की पेशी को भी नेतृत्व में बाधा बता रहे हैं। एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, “ये मुकदमे हमें अंदर से खोखला कर रहे हैं। इन्हें जल्दी निपटा देना ही देशहित में होगा।”
ट्रंप का भी खुला समर्थन
दिलचस्प बात ये है कि यह अपील ठीक उसी समय आई है जब कुछ हफ्ते पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति हर्जोग को चिट्ठी लिखकर कहा था कि नेतन्याहू के खिलाफ मुकदमे राजनीतिक बदले की भावना से चलाए जा रहे हैं और इजरायल को उन्हें माफ कर देना चाहिए। ट्रंप का यह बात सार्वजनिक रूप से भी कई बार कह चुके हैं।




