
Up Kiran, Digital Desk: इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। नेतन्याहू ने एक सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि हूती विद्रोहियों को उनकेActions के लिए "बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी"। यह बयान यमन में बढ़ते तनाव और इज़राइल की जवाबी कार्रवाई को दर्शाता है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, हूती विद्रोहियों ने हाल ही में लाल सागर (Red Sea) में इज़राइली जहाजों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। इसके जवाब में, इज़राइली सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इन हमलों को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया है और कहा है कि इज़राइल अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
तनाव की स्थिति और नेतन्याहू की चेतावनी:
नेतन्याहू का यह बयान क्षेत्र में बढ़ते तनाव को और बढ़ा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इज़राइल किसी भी ऐसे देश या समूह को बर्दाश्त नहीं करेगा जो उसकी सुरक्षा को खतरे में डालने की कोशिश करे। उनकी चेतावनी हूती विद्रोहियों और उन्हें समर्थन देने वाले देशों के लिए एक कड़ा संदेश है।
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