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Up Kiran, Digital Desk: ज्यादातर लोग सोचते हैं कि किडनी में दिक्कत है तो सिर्फ बार-बार बाथरूम जाना या पेशाब में खून आएगा। लेकिन सच यह है कि किडनी जब कमजोर पड़ने लगती है तो शरीर के कई और हिस्सों से चेतावनी मिलने लगती है। अच्छी बात यह है कि इन संकेतों को समय रहते पकड़ लिया जाए तो आगे का नुकसान रोका जा सकता है।

त्वचा अचानक हो जाए रूखी और खुजली वाली

आपकी किडनी शरीर से गंदगी निकालने का काम करती है। अगर ये ठीक से काम नहीं कर रही तो खून में जहरीले पदार्थ जमा होने लगते हैं। नतीजा यह होता है कि स्किन बेजान और खुजली वाली हो जाती है। कई लोगों को पीले-भूरे धब्बे भी नजर आने लगते हैं। इसे सिर्फ मौसम या एलर्जी समझकर क्रीम लगाते रह गए तो बात बड़ी हो सकती है।

सुबह उठते ही आंखों के नीचे सूजन और दिन भर पैर भारी

किडनी खराब होने पर शरीर में अतिरिक्त पानी और नमक जमा होने लगता है। इसका सबसे साफ असर सुबह आंखों के आसपास दिखता है – जैसे कोई तकिया मार गया हो। दिन चढ़ते-चढ़ते टखनों और पंजों में भी सूजन बढ़ जाती है। जूते-चप्पल टाइट लगने लगें तो इसे वजन बढ़ने का बहाना मत बनाइए। यह किडनी का सीधा अलार्म हो सकता है।

दिन भर थकान और रात में नींद न आने की परेशानी

किडनी एक खास हार्मोन बनाती है जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है। जब किडनी कमजोर पड़ती है तो यह हार्मोन कम बनता है और खून की कमी (एनीमिया) हो जाती है। इससे दिन में भी नींद आती है, शरीर भारी रहता है और रात को नींद नहीं आती। खून में गंदगी बढ़ने से भी दिमाग सुस्त पड़ जाता है।

छोटे-छोटे काम में ध्यान नहीं लगता

अगर पहले जहां घंटों काम करते थे अब 10 मिनट में दिमाग भटकने लगता है तो इसे तनाव या मोबाइल की आदत मत समझिए। एनीमिया की वजह से दिमाग तक ऑक्सीजन कम पहुंच रही होती है। यह दिमागी कोहरा भी किडनी की खराबी का शुरुआती लक्षण हो सकता है।