Up Kiran, Digital Desk: हम अक्सर मानते हैं कि 7-8 घंटे की नींद लेना सेहत के लिए काफी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ घंटे पूरे करना ही काफी नहीं है? अगर आपकी नींद रात में बार-बार टूटती है, तो यह कम सोने से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है, खासकर आपके दिल के लिए। नई स्टडीज और हेल्थ एक्सपर्ट्स इस बात को लेकर आगाह कर रहे हैं कि बार-बार नींद टूटने (Interrupted Sleep) से दिल पर गंभीर असर पड़ सकता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।
क्यों है टूटी हुई नींद इतनी खतरनाक?
जब आप गहरी और बिना रुकावट के नींद लेते हैं, तो आपका शरीर 'रेस्ट और रिपेयर' मोड में चला जाता है। इस दौरान, दिल की धड़कन धीमी हो जाती है, ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और हृदय को दिनभर के तनाव से उबरने का मौका मिलता है। लेकिन जब आपकी नींद बार-बार टूटती है, तो यह प्रक्रिया बाधित हो जाती है।
मुंबई के सर एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के कार्डियक सर्जन डॉ. बिपिनचंद्र भामरे के अनुसार, बार-बार जागने से शरीर का नर्वस सिस्टम अलर्ट मोड में रहता है। इससे कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। ये हार्मोन दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ाते हैं, जिससे रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है और दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
नींद और दिल की बीमारियों का सीधा कनेक्शन
रिसर्च में यह बात सामने आई है कि खराब और टूटी-फूटी नींद का दिल की बीमारियों से सीधा संबंध है:
धमनियों में ब्लॉकेज (Atherosclerosis): स्टडीज में पाया गया है कि नींद में बार-बार रुकावट आने से शरीर में सूजन (inflammation) बढ़ती है। यह सूजन धमनियों में फैट या प्लाक जमा होने की प्रक्रिया को तेज कर देती है, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस कहते हैं। इससे धमनियां सख्त और संकरी हो जाती हैं, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का मुख्य कारण है।
अनियमित दिल की धड़कन: नींद की कमी से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है, जिसे एरिथमिया कहते हैं। यह भी दिल के लिए एक गंभीर खतरा है।
हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का खतरा: नियमित रूप से छह घंटे से कम या बार-बारटूटने वाली नींद लेने से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है, जो खुद हृदय रोगों के बड़े जोखिम कारक हैं।
आपकी नींद क्यों टूट रही है?
बार-बार नींद टूटने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें स्लीप एपनिया (जिसमें सोते समय सांस रुकती है), तनाव, सोने से पहले कैफीन या अल्कोहल का सेवन और देर रात तक मोबाइल या टीवी देखना शामिल है।
अच्छी और गहरी नींद के लिए क्या करें?
दिल को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी नींद लेना उतना ही जरूरी है जितना अच्छा खाना और व्यायाम करना। गहरी नींद के लिए इन आदतों को अपनाएं:
सोने-जागने का समय तय करें: हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करें, यहां तक कि छुट्टियों में भी।
माहौल बनाएं: सोने का कमरा शांत, अंधेरा और ठंडा रखें।
स्क्रीन से दूरी: सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल, लैपटॉप और टीवी बंद कर दें।
खान-पान का ध्यान रखें: सोने से ठीक पहले भारी भोजन, चाय या कॉफी पीने से बचें।
नियमित व्यायाम करें: रोजाना एक्सरसाइज करें, लेकिन सोने से ठीक पहले intense workout करने से बचें।
तनाव को मैनेज करें: ध्यान या योग जैसी तकनीकों से तनाव को कम करें।
अगर आपको खर्राटे, सांस रुकने या रात में बार-बार जागने की समस्या है, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
_1841910312_100x75.png)
_655810091_100x75.jpg)
_466376572_100x75.png)
_754209188_100x75.png)
_1970976388_100x75.png)