_419034963.jpg)
भारत में स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के मिशन को और गति मिलती दिख रही है। उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्थित आधुनिक ऑर्डनेंस फैक्ट्री में अब AK-203 असॉल्ट राइफल के बाद AK-19 कार्बाइन और PPK-20 सबमशीन गन का निर्माण भी शुरू होने की संभावना है। इस संबंध में रूस के साथ उन्नत स्तर की बातचीत जारी है।
सूत्रों के अनुसार, भारत और रूस के बीच इन दो आधुनिक हथियारों के निर्माण को लेकर रणनीतिक बातचीत चल रही है। यह प्रस्ताव अगर अंतिम रूप ले लेता है, तो भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों को जल्द ही इन आधुनिक हथियारों की सप्लाई घरेलू स्तर पर मिलने लगेगी।
AK-19 कार्बाइन को हल्के वजन और आधुनिक डिज़ाइन के लिए जाना जाता है। यह NATO ग्रेड की 5.56x45 mm गोलियों के लिए उपयुक्त है। वहीं, PPK-20 एक अत्याधुनिक सबमशीन गन है, जिसे विशेष बलों के लिए डिजाइन किया गया है। इन दोनों हथियारों की ताकत, विश्वसनीयता और उपयोग में आसानी इन्हें सैन्य अभियानों के लिए आदर्श बनाती है।
गौरतलब है कि अमेठी की फैक्ट्री में AK-203 राइफल का उत्पादन पहले से ही रूस के साथ संयुक्त उपक्रम के तहत किया जा रहा है। यह नया प्रस्ताव 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियानों को और मजबूती देगा।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इन हथियारों का देश में निर्माण सिर्फ सेना को मजबूत नहीं करेगा, बल्कि भारत को रक्षा निर्यात के क्षेत्र में भी प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो अमेठी जल्द ही भारत के प्रमुख हथियार निर्माण केंद्रों में शामिल हो जाएगा।