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Up Kiran, Digital Desk: तिरुपति जिले के ज्वाइंट कलेक्टर (जेसी) ने मध्याह्न भोजन योजना के तहत स्कूलों में बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन के लिए इस्तेमाल होने वाले चावल की गुणवत्ता में सुधार लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि अब सिर्फ उच्च गुणवत्ता वाले चावल का ही उपयोग किया जाना चाहिए।

यह निर्देश उन्होंने योजना की प्रगति और कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए आयोजित एक बैठक के दौरान दिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और नागरिक आपूर्ति तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

जेसी ने अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मध्याह्न भोजन के लिए केवल 'सॉर्टेक्स क्वालिटी' या 'बीपीटी क्वालिटी' जैसे बेहतरीन किस्म के चावल ही स्कूलों तक पहुँचें। इस कदम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को मिलने वाले भोजन के पोषण मूल्य को बढ़ाना और उसके स्वाद को बेहतर बनाना है, ताकि बच्चे रुचि लेकर भोजन करें और स्वस्थ रहें।

बैठक में भोजन सामग्री की समय पर आपूर्ति, खाना पकाने के स्थानों पर स्वच्छता बनाए रखने और अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण कर गुणवत्ता सुनिश्चित करने जैसे अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी जोर दिया गया। इस पहल से जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है।

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