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अब समय आ गया है जब इलेक्ट्रिक कारें सिर्फ पर्यावरण के लिए ही नहीं, बल्कि सुविधा के मामले में भी पेट्रोल-डीजल गाड़ियों को पीछे छोड़ रही हैं। अब ऐसी जगहें भी सामने आ रही हैं जहां इलेक्ट्रिक कारें इतनी तेज़ी से चार्ज हो रही हैं कि उन्हें चार्ज करने में पेट्रोल या डीजल भरवाने से भी कम समय लग रहा है।

यह बदलाव आधुनिक फास्ट चार्जिंग तकनीक की वजह से हो रहा है। कुछ नई तकनीकों से लैस चार्जिंग स्टेशन अब इलेक्ट्रिक कारों को 10 से 15 मिनट में 80% तक चार्ज कर पा रहे हैं। जबकि पेट्रोल-डीजल भरवाने में आमतौर पर 5-10 मिनट लगते हैं, लेकिन लंबी लाइन या पेमेंट प्रोसेस के कारण समय और बढ़ सकता है।

इन चार्जिंग स्टेशनों में हाई-वोल्टेज DC चार्जर लगे हैं, जो कार की बैटरी को बहुत तेज़ गति से चार्ज कर सकते हैं। इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह लोगों का समय बचाती है और इलेक्ट्रिक व्हीकल को अपनाने के लिए प्रेरित भी करती है।

भारत में भी कई बड़े शहरों में अब ऐसे फास्ट चार्जिंग स्टेशन लगने लगे हैं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और पुणे जैसे शहरों में इलेक्ट्रिक कार मालिकों को अब घंटों इंतजार नहीं करना पड़ता।

कई ऑटो कंपनियां और एनर्जी स्टार्टअप इस दिशा में काम कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में पूरे देश में ऐसी सुविधा उपलब्ध हो सके। सरकार भी ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं चला रही है।

अब यह कहना गलत नहीं होगा कि इलेक्ट्रिक कारें न सिर्फ सस्ती और इको-फ्रेंडली हैं, बल्कि अब वे टाइम सेविंग विकल्प भी बन रही हैं। भविष्य में पेट्रोल पंप की तरह फास्ट चार्जिंग स्टेशन आम बात हो जाएगी।
 

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