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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शिक्षा में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है. अब स्कूलों के पाठ्यक्रम में देश के वीर सपूतों और उनकी बहादुरी की कहानियों को शामिल किया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी अपनी समृद्ध सैन्य विरासत और राष्ट्रीय नायकों के बलिदान से प्रेरित हो सके. 

इस नए पाठ्यक्रम में फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा जैसे महान युद्ध नायकों के जीवन और उनके योगदान को विस्तृत रूप से पढ़ाया जाएगा.

यह कदम छात्रों को देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के बारे में जागरूक करने और उनमें राष्ट्र प्रेम की भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है. अब तक, भारतीय इतिहास में युद्धों और युद्ध नायकों पर बहुत कम ध्यान दिया जाता था, लेकिन इस बदलाव से छात्र न केवल ऐतिहासिक घटनाओं को समझेंगे, बल्कि उन व्यक्तियों के असाधारण साहस और नेतृत्व से भी परिचित होंगे जिन्होंने भारत की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया.

पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने वाले प्रमुख युद्ध नायक:

NCERT के इस फैसले से छात्रों को न केवल देश के वास्तविक नायकों से जुड़ने का मौका मिलेगा, बल्कि वे उनके त्याग, देशभक्ति और सैन्य मूल्यों से भी प्रेरणा ले सकेंगे. यह शिक्षा प्रणाली में एक ऐसा परिवर्तन है जो भविष्य की पीढ़ियों को सशक्त करेगा और उन्हें देश के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराएगा. यह उम्मीद की जाती है कि यह पहल छात्रों में सैन्य सेवा के प्रति सम्मान और देश के प्रति समर्पण की भावना को बढ़ावा देगी.

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