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Up Kiran, Digital Desk: स्टार भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी को लेकर महीनों से चल रहे सस्पेंस पर आखिरकार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने विराम लगा दिया है। BCCI ने अय्यर की फिटनेस पर एक विस्तृत मेडिकल अपडेट जारी किया , जिसमें अच्छी और बुरी, दोनों तरह की खबरें हैं। अच्छी खबर यह है कि अय्यर सफेद गेंद क्रिकेट (White-Ball Cricket) यानी वनडे और T20 खेलने के लिए पूरी तरह से फिट घोषित कर दिए गए हैं। लेकिन, क्रिकेट के सबसे लंबे और सबसे éprouvant फॉर्मेट, लाल गेंद क्रिकेट (Red-Ball Cricket) के लिए उन्हें अभी और इंतजार करना होगा।

यह अपडेट इस बात की भी पुष्टि करता है कि श्रेयस अय्यर वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए चयन के लिए उपलब्ध क्यों नहीं थे।

क्यों है व्हाइट-बॉल में 'GO', पर रेड-बॉल में 'NO'?

BCCI के अनुसार, श्रेयस अय्यर ने अपनी पीठ की सर्जरी के बाद राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में अपना रिहैबिलिटेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया और अब वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार हैं।

वनडे और T20 के लिए फिट: अय्यर को सीमित ओवरों के क्रिकेट के लिए मंजूरी मिल गई है, जहां एक खिलाड़ी को 50 ओवर या 20 ओवर तक ही मैदान पर रहना होता है। उनकी वापसी से भारतीय मध्य-क्रम को वह मजबूती मिलेगी, जिसकी हाल के दिनों में कमी खली है।

टेस्ट क्रिकेट में वापसी क्यों नहीं?: BCCI की मेडिकल टीम अय्यर की वापसी को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती। टेस्ट क्रिकेट में एक खिलाड़ी को दिन में 90 ओवर तक फील्डिंग करनी पड़ती , जिसमें लंबे समय तक झुकना, खड़े रहना और दौड़ना शामिल है। पीठ की गंभीर सर्जरी से लौटे किसी भी खिलाड़ी के लिए यह बेहद éprouvant हो सकता है। BCCI यह सुनिश्चित करना चाहता है अय्यर फिर से चोटिल न हों, इसलिए उन्हें लाल गेंद के क्रिकेट की कठोरता के लिए धीरे-धीरे तैयार किया जाएगा।

इंडिया 'ए' की कप्तानी है वापसी का पहला कदम

अय्यर की वापसी का रोडमैप भी तैयार कर लिया गया है। उन्हें हाल ही में ऑस्ट्रेलिया 'ए' के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज के लिए इंडिया 'ए' टीम का कप्तान नियुक्त किया गया । यह सीरीज उनके लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह होगी।

वर्कलोड मैनेजमेंट: इस सीरीज में BCCI अय्यर के वर्कलोड पर कड़ी नजर रखेगा। यह देखा जाएगा कि वह बिना किसी परेशानी के लंबे समय तक बल्लेबाजी और फील्डिंग कर पा रहे हैं या नहीं।

मैच फिटनेस: यह सीरीज उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी से पहले जरूरी मैच फिटनेस हासिल करने में मदद करेगी।

 BCCI अय्यर के करियर को लेकर एक बहुत ही सुरक्षित और सोची-समझी रणनीति पर काम कर रहा है। हालांकि फैंस उन्हें जल्द से जल्द टेस्ट जर्सी में देखना चाहते हैं, लेकिन बोर्ड उनकी दीर्घकालिक फिटनेस को प्राथमिकता दे रहा है। अगर वह इंडिया 'ए' सीरीज में अपनी फिटनेस साबित कर देते ہیں, تو उनकी टेस्ट टीम में वापसी भी ज्यादा दूर नहीं होगी।