img

Article 370: जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के पांच साल बाद राज्य में विधानसभा इलेक्शन हो रहे हैं। इस बीच कश्मीर की प्रमुख पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया है। उमर अब्दुल्ला ने कहा, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा इलेक्शन के बाद अनुच्छेद 370 को हटाने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विधानसभा इलेक्शन के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा अपने पहले कार्य के रूप में इस क्षेत्र से राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा छीनने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करेगी।

केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा इलेक्शन कराए जाने की घोषणा के बाद उमर अब्दुल्ला ने यह बयान दिया है। जम्मू-कश्मीर में 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 सितंबर को होगी। इससे पहले 2014 में नवंबर-दिसंबर महीने में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा इलेक्शन हुए थे। साथ ही चुनाव के बाद बीजेपी और पीडीपी ने गठबंधन सरकार बनाई थी। इस सरकार के पतन के बाद 19 दिसंबर 2018 से कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू है।

जम्मू कश्मीर में विधानसभा इलेक्शन की घोषणा के बाद उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की थी कि जब तक जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता तब तक वह चुनाव में हिस्सा लेंगे। लेकिन उनके पिता और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला विधानसभा इलेक्शन में पार्टी का नेतृत्व करेंगे।

--Advertisement--