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Up Kiran, Digital Desk: मणिपुर के कुकी-जो आदिवासी समुदाय के शीर्ष संगठन, कुकी-जो काउंसिल (KZC) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 13 सितंबर को राज्य की राजधानी इंफाल और चुराचांदपुर जिले के प्रस्तावित दौरे का गर्मजोशी से स्वागत किया है.
परिषद ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक और दुर्लभ अवसर है, क्योंकि देश का कोई प्रधानमंत्री लगभग चार दशकों के बाद इस आदिवासी क्षेत्र का दौरा करेगा.
'हम पर जो बीती है, वो आप सुनिए'
एक संयुक्त बयान में, KZC के अध्यक्ष हेनलियांथांग थांगलेट और महासचिव थांगज़मांग ने पिछले वर्षों में कुकी-जो समुदाय द्वारा सहे गए अनगिनत कष्टों का ब्यौरा दिया.
उन्होंने कहा, "250 से ज्यादा निर्दोष जानें जा चुकी हैं; 360 से अधिक चर्च और पूजा स्थल राख में मिला दिए गए हैं; 7,000 से ज्यादा घर जला दिए गए हैं; और हमारे 40,000 से ज्यादा लोग आज भी राहत शिविरों में विस्थापितों की तरह जी रहे हैं, अपने पुश्तैनी घरों से जुदा."
बयान में कहा गया है कि कड़वी सच्चाई यह है कि कुकी-जो लोगों को मणिपुर में बहुसंख्यक समुदाय की आक्रामकता के कारण जबरन अलग कर दिया गया है.
"अब साथ रहना नामुमकिन, अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाओ"
KZC ने कहा, "इन गंभीर परिस्थितियों के बावजूद, हम भारत की लोकतांत्रिक भावना और नेतृत्व में अपना विश्वास बनाए हुए हैं. सालों से, हम मणिपुर से पूर्ण अलगाव की अपनी मांग दोहरा रहे हैं, और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 239A के तहत विधायिका के साथ एक अलग केंद्र शासित प्रदेश के रूप में एक अलग प्रशासन की मांग कर रहे हैं."
शीर्ष आदिवासी निकाय ने कहा कि यह मांग सुविधा के लिए नहीं, बल्कि "हमारे लोगों की शांति, सुरक्षा और अस्तित्व की आवश्यकता के लिए है."
नेताओं ने कहा, "हमारे महान राष्ट्र के नेता के रूप में, हमें विश्वास है कि प्रधानमंत्री हमारी आवाज, हमारे दर्द और हमारी आकांक्षाओं को उचित मान्यता देंगे."
पर्दे के पीछे की हलचल और तैयारियां
इस बीच, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने मंगलवार को कुकी-जो समुदाय के पांच विधायकों के साथ बैठक कर प्रधानमंत्री के संभावित दौरे पर चर्चा की. हालांकि, दौरे की अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री 13 सितंबर को मणिपुर का दौरा कर सकते हैं. यह मई 2023 में मैतेई और कुकी के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद राज्य का उनका पहला दौरा होगा. खबरें हैं कि प्रधानमंत्री मिजोरम की राजधानी आइजोल का दौरा करने के बाद मणिपुर के दो स्थानों - इंफाल और चुराचांदपुर का दौरा करेंगे.
राजधानी इंफाल के कांगला किले में एक भव्य मंच तैयार किया जा रहा है, जबकि "वीवीआईपी दौरे" से पहले चुराचांदपुर जिले में ड्रोन और अन्य उड़ने वाली वस्तुओं के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है.