
Up Kiran, Digital Desk: जापान की राजनीति में आज का दिन बहुत बड़ा है. सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) अपने नए नेता का चुनाव कर रही है, और जो भी यह चुनाव जीतेगा, वही जापान का अगला प्रधानमंत्री बनेगा. मुकाबला अब इतना दिलचस्प हो गया है कि जापान इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ा है. पहले दौर की वोटिंग के बाद अब दो उम्मीदवार मैदान में हैं - सानाए ताकाइची (Sanae Takaichi) और शिंजिरो कोइज़ुमी (Shinjiro Koizumi).
अगर सानाए ताकाइची जीतती हैं, तो वे जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री होंगी. वहीं, अगर शिंजिरो कोइज़ुमी बाजी मारते हैं, तो वे आधुनिक जापान के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनेंगे. इस चुनाव पर सिर्फ जापान ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं.
क्यों हो रहा है यह चुनाव: यह चुनाव पिछले महीने प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के इस्तीफे के कारण हो रहा है.उनकी जगह लेने के लिए शुरुआत में पांच उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें तोशिमित्सु मोतेगी, योशिमासा हयाशी और ताकायुकी कोबायाशी भी शामिल थे. लेकिन पहले दौर के मतदान के बाद सानाए ताकाइची और शिंजिरो कोइज़ुमी सबसे आगे निकल गए.
नए नेता के सामने क्या होंगी चुनौतियां?
जो भी नया नेता चुना जाएगा, उसकी राह आसान नहीं होगी. LDP पार्टी इस समय कई मुश्किलों का सामना कर रही है:
घोटालों से खराब हुई छवि: पार्टी पिछले कुछ समय से फंडिंग घोटालों के आरोपों से जूझ रही है, जिससे जनता में उसकी छवि को नुकसान पहुंचा है.
बढ़ती महंगाई: देश में बढ़ती कीमतें एक बड़ा मुद्दा है, जिससे निपटना नए प्रधानमंत्री के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.
संसद में कमजोर स्थिति: LDP संसद के दोनों सदनों में अपना बहुमत खो चुकी है, इसलिए उसे विपक्ष के साथ मिलकर काम करना होगा.
आज शाम तक यह साफ हो जाएगा कि जापान की कमान एक अनुभवी महिला नेता के हाथ में होगी या फिर एक युवा चेहरे को देश का नेतृत्व करने का मौका मिलेगा.