
Up Kiran, Digital Desk: टेक्नोलॉजी की दुनिया में दिग्गज मानी जाने वाली कंपनी Oracle India ने अपने कर्मचारियों को एक बड़ा झटका दिया है। कंपनी ने रातोंरात लगभग 10% कर्मचारियों की छंटनी कर दी है, जिससे IT सेक्टर में मंदी और छंटनी के दौर की चिंताएं और बढ़ गई हैं। यह अचानक उठाया गया कदम न केवल प्रभावित कर्मचारियों के लिए, बल्कि पूरे उद्योग के लिए एक संकेत है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं का असर अब सीधा भारतीय IT कंपनियों पर भी पड़ने लगा है।
यह छंटनी एक बड़े पुनर्गठन (restructuring) का हिस्सा हो सकती है, जिसका उद्देश्य कंपनी के परिचालन को सुव्यवस्थित करना और बदलती बाजार की मांगों के अनुरूप ढलना है। हालांकि, 10% कर्मचारियों की यह अचानक और बड़ी छंटनी कंपनी की दक्षता बढ़ाने की मंशा को दर्शाती है, लेकिन इसने कर्मचारियों के बीच असुरक्षा की भावना को भी जन्म दिया है।
कारण और प्रभाव: माना जा रहा है कि यह छंटनी मुख्य रूप से उन विभागों को प्रभावित कर सकती है जो सीधे तौर पर नई तकनीकों या उन परियोजनाओं से जुड़े हैं जिन्हें कंपनी द्वारा प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। वैश्विक स्तर पर भी कई बड़ी टेक कंपनियों ने हाल के महीनों में लागत में कटौती और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए कर्मचारियों की छंटनी की है, और Oracle India का यह कदम उसी वैश्विक प्रवृत्ति का एक हिस्सा माना जा रहा है।
इस छंटनी का सीधा असर उन हजारों परिवारों पर पड़ेगा जो Oracle India के कर्मचारियों पर निर्भर हैं। यह घटना IT सेक्टर में नई भर्तियों पर भी असर डाल सकती है और मौजूदा कर्मचारियों के लिए अनिश्चितता का माहौल पैदा कर सकती है।
आगे क्या:Oracle India द्वारा इस छंटनी पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि यह कदम कंपनी की भविष्य की रणनीतियों का एक हिस्सा हो सकता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस छंटनी का कंपनी के परिचालन और भविष्य की योजनाओं पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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