
जबलपुर | 14 मई 2025: मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह अपने विवादित बयान को लेकर बड़ी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। उन्होंने सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर एक कार्यक्रम के दौरान टिप्पणी की, जिसके बाद विवाद गहरा गया। अब इस मामले में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य के डीजीपी को आदेश दिया है कि विजय शाह पर चार घंटे के भीतर प्राथमिकी दर्ज की जाए।
हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच, जिसमें जस्टिस अतुल श्रीधरन शामिल हैं, ने यह निर्देश दिया है कि एफआईआर हर हाल में दर्ज होनी चाहिए और गुरुवार सुबह इस मामले पर अगली सुनवाई की जाएगी। कोर्ट ने महाधिवक्ता प्रशांत सिंह को स्पष्ट आदेश दिए हैं कि कार्रवाई में देरी न हो।
हालांकि मंत्री विजय शाह अपने बयान पर खेद जता चुके हैं और माफी भी मांग चुके हैं, लेकिन मामला यहीं नहीं थमा। उन्होंने कहा कि यदि किसी को उनके बयान से ठेस पहुंची है तो वे दस बार माफी मांगने को तैयार हैं। इसके बावजूद कांग्रेस ने मंत्री के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी नेता जीतू पटवारी समेत अन्य कार्यकर्ता भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे और देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि पार्टी नेतृत्व ने विजय शाह को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा इस तरह के बयानों का समर्थन नहीं करती।
मंत्री विजय शाह ने कथित रूप से कहा था कि “जिन्होंने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, उन्हें हमने उनकी ही बहन से जवाब दिलवाया।” इस बयान को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया और अब कानूनी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर राजनीतिक और सामाजिक चेतना को झकझोर कर रख दिया है।
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