Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव में सीमांचल की जनता ने जिस तरह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को पांच सीटें सौंपीं उसने पूरे देश का ध्यान खींच लिया है। यह जीत सिर्फ नंबरों की नहीं बल्कि लोगों के भरोसे और एकजुटता की मिसाल बन गई है।
यूपी की सीटों पर ओवैसी की नजर
आभार यात्रा के दौरान जोकीहाट में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने साफ कहा कि बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी उनकी पार्टी पूरी ताकत से उतरेगी। उन्होंने लोगों से वादा किया कि सीमांचल को कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे।
एकजुटता का संदेश गूंजा मैदान में
ओवैसी ने जोर देकर कहा कि जब हम सब कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होते हैं तो किसी बाहरी की जरूरत नहीं रहती। पांचों नवनिर्वाचित विधायक उनके साथ मंच पर मौजूद थे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विधानसभा में अब सीमांचल जिंदाबाद के नारे और जोर से गूंजेंगे।
तस्लीमुद्दीन को इमान का सलाम
AIMIM बिहार अध्यक्ष और अमौर से विधायक अख्तरुल इमान ने मंच से स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन को याद किया। उन्होंने कहा कि जोकीहाट इलाका तस्लीमुद्दीन साहब का था जिनकी हिम्मत देखिए कि लालू यादव से आंख में आंख डालकर बात करते थे। लेकिन दुख की बात है कि उनके बेटे उसी लालू यादव के जूतों की ओर देखकर बात करते दिखते हैं।
जनता का प्यार और ओवैसी का वादा
जनसभा में उमड़ी भीड़ और तालियों की गड़गड़ाहट बता रही थी कि सीमांचल की जनता ने ओवैसी में अपना सच्चा हितैषी देख लिया है। ओवैसी ने भी कहा कि यह प्यार और विश्वास वे जिंदगी भर नहीं भूलेंगे। यही वजह है कि सीमांचल अब उनके लिए सिर्फ चुनावी क्षेत्र नहीं बल्कि दिल का टुकड़ा बन चुका है।
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