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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं, जिस पर चीन ने नाराजगी जताई है। चीन ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे “तिब्बत के मुद्दे” को लेकर सतर्क रहना चाहिए और ऐसे कदम नहीं उठाने चाहिए जो चीन-भारत रिश्तों को नुकसान पहुंचाएं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दलाई लामा को फोन कर जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की। मोदी हर साल दलाई लामा को व्यक्तिगत रूप से जन्मदिन की बधाई देते रहे हैं।

चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से बयान आया कि भारत को तिब्बत से जुड़े मामलों में “राजनीतिक संकेत” नहीं देने चाहिए और चीन की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए। चीन ने यह भी कहा कि दलाई लामा "राजनीतिक रूप से एक अलगाववादी" हैं और उनके समर्थन से द्विपक्षीय संबंधों में खटास आ सकती है।

भारत ने हमेशा यह साफ किया है कि दलाई लामा एक सम्मानित धार्मिक नेता हैं और उन्हें शरण मानवीय आधार पर दी गई है। भारत सरकार का यह भी कहना है कि तिब्बत मुद्दा चीन और तिब्बत के लोगों के बीच का आंतरिक मामला है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और चीन के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध हैं, और ऐसे में चीन की प्रतिक्रिया बहुत चौंकाने वाली नहीं है। हालाँकि, भारत का रुख साफ है कि बधाई देना एक मानवीय और व्यक्तिगत मामला है।

इस घटनाक्रम से यह साफ है कि दलाई लामा को लेकर चीन अभी भी संवेदनशील है, और भारत द्वारा कोई भी सकारात्मक कदम उसे चुभता है।
 

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