Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हुए ऐतिहासिक गाजा समझौते का स्वागत किया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह महत्वपूर्ण कदम इस क्षेत्र में दशकों से चले आ रहे संघर्ष को समाप्त कर एक स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा.
यह समझौता, जिसे अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता में कई महीनों की गहन बातचीत के बाद अंतिम रूप दिया गया, एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना और इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक व्यापक "दो-राज्य समाधान" की रूपरेखा तैयार करता है.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "भारत गाजा समझौते का तहे दिल से स्वागत करता है. हम इस ऐतिहासिक कदम के लिए दोनों पक्षों के नेतृत्व की सराहना करते हैं." उन्होंने आगे लिखा, "हमें पूरी उम्मीद है कि यह समझौता बातचीत और कूटनीति के माध्यम से स्थायी शांति की ओर ले जाएगा."
भारत लंबे समय से इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थक रहा है. नई दिल्ली ने लगातार बातचीत और कूटनीति के महत्व पर जोर दिया है और "दो-राज्य समाधान" के लिए अपना समर्थन दोहराया है, जिसमें एक सुरक्षित इजरायल के साथ एक स्वतंत्र और व्यवहार्य फिलिस्तीनी राज्य सह-अस्तित्व में हो.
यह समझौता न केवल पश्चिम एशिया के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है. दुनिया भर के नेता इस समझौते की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यह उस क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि का एक नया अध्याय शुरू करेगा जो लंबे समय से हिंसा और अस्थिरता से त्रस्त है.
इस ऐतिहासिक समझौते का स्वागत कर, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को शांति और संवाद के पक्षधर एक जिम्मेदार वैश्विक मध्यस्थ के रूप में स्थापित किया है, जो जटिल भू-राजनीतिक मुद्दों पर भारत के संतुलित और रचनात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है.

_815469219_100x75.png)
_1799093326_100x75.png)
_1287663311_100x75.png)
_1472064777_100x75.png)