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Up Kiran, Digital Desk: देश के बेरोजगार युवाओं के लिए शनिवार का दिन एक नई उम्मीद लेकर आया, जब केंद्र सरकार ने रोजगार को लेकर एक बड़ा कदम उठाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के 51,000 से ज्यादा नवचयनित अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र सौंपे। यह अवसर सिर्फ नौकरी पाने वाले युवाओं के लिए ही नहीं, बल्कि देश की सामाजिक और आर्थिक दिशा में एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी को प्राथमिकता

रोजगार मेले के 16वें संस्करण में पीएम मोदी ने युवाओं को संबोधित करते हुए न सिर्फ उन्हें बधाई दी, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि सरकार युवाओं को ‘संपत्ति’ के रूप में देखती है, जो आने वाले भारत की नींव रखेंगे। उनका कहना था कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी युवा आबादी और मजबूत लोकतंत्र है, जो देश को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिला रहे हैं।

वैश्विक मंच पर गूंजती भारत की युवा आवाज

प्रधानमंत्री ने हाल ही में संपन्न पांच देशों की विदेश यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे दुनिया भर में भारत की युवा शक्ति को लेकर सकारात्मक चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि इस दौरे के दौरान जो समझौते हुए हैं – चाहे वह रक्षा, डिजिटल तकनीक, फार्मा, ऊर्जा या दुर्लभ खनिजों से जुड़े हों – उनका सीधा फायदा देश के युवाओं को होगा। इससे देश के मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर को नई दिशा मिलेगी और रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

21वीं सदी की नौकरी: बदलते स्वरूप, नई चुनौतियां

पीएम मोदी ने यह भी रेखांकित किया कि आज की दुनिया में नौकरियों का स्वरूप पारंपरिक दायरे से निकलकर नए क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है। इस बदलाव के साथ कदम मिलाने के लिए भारत सरकार युवाओं को तैयार कर रही है। आधुनिक जरूरतों के मुताबिक नीतियों को रूप दिया जा रहा है और स्टार्टअप, इनोवेशन, और रिसर्च को बढ़ावा देने वाला माहौल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने खासतौर पर उन युवाओं की सराहना की जो नौकरी पाने की बजाय खुद रोजगार सृजन की दिशा में काम कर रहे हैं।

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