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लखनऊ। इस बार लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी जनता के बुनियादी मुद्दों से इतर खुलकर हिन्दू - मुस्लिम कार्ड खेल रही है। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सारे शीर्ष बीजेपी नेता मुसलमान, शरीयत, मंगलसूत्र और पाकिस्तान की बात कर रहे हैं। इस बीच पीएम मोदी ने एकदम से पलटी मारी है।

वाराणसी में नामांकन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि जिस दिन मैं हिंदू-मुसलमान करूंगा, उस दिन सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा। मैं कभी हिंदू-मुसलमान नहीं करूंगा, यह मेरा संकल्प है। उन्होंने आगे कहा कि सरकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित कराते समय जाति या धर्म नहीं देखता हूं।

मंगलवार को पीएम मोदी गंगा पूजन के बाद मीडिया से मुखातिब थे। इस दौरान उनके द्वारा मुसलमानों, घुसपैठियों और ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले बयान पर सवाल हुए। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं हैरान हूं कि इसे मुसलमानों से जोड़ा जा रहा है। जबकि, हमने इसके पहले न हिंदू कहा था और न मुसलमान। उन्होंने कहा कि देश में जहां गरीबी ज्यादा है, वहां बच्चे ज्यादा हैं। हमारा इतना ही कहना है कि उतने ही बच्चे हों, जिनका लालन-पालन आप आसानी से कर सकें।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि चुनाव में राम मंदिर न पहले मुद्दा था, न आज है और भविष्य में भी नहीं रहेगा। राम मंदिर श्रद्धा का मुद्दा है। राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराने वालों को डर लगता है कि यह पाप अब हमें मार देगा। वह बहुत चिंता में हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जब पहली बार यहां से उम्मीदवार बनने पर मैंने कहा था कि मां गंगा ने बुलाया है। अब मां गंगा ने हमें गोद लिया है।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में लगभग 40 सीट के आसपास रहेगी। राहुल गांधी ने वायनाड से भागने के बाद और रायबरेली आने से पहले भाषा काफी तीखी कर दी है। वह अनाप-शनाप चीजें बोल रहे हैं।
केरल ने उन्हें सबक सिखा दिया है। उत्तर प्रदेश की जनता काफी उदार हृदय की है। लेकिन यहां की जनता परिवारवाद को स्वीकार नहीं कर सकती है। 
 

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