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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को किसानों के लिए दो बड़ी योजनाओं की शुरुआत की। इन योजनाओं का नाम है 'प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना' और 'दलहन आत्मनिर्भरता मिशन'। पीएम मोदी ने बताया कि ये दोनों योजनाएं किसानों की किस्मत बदलने वाली हैं। सरकार इन योजनाओं पर करीब 35 हजार करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है।

इस घोषणा से किसानों को बड़ा सुकून मिला है। खासकर उन किसानों को, जो पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे थे। मोदी ने कहा कि पिछले 11 सालों में भारत के कृषि निर्यात दोगुना हो गया है। अनाज उत्पादन 900 लाख मीट्रिक टन से ऊपर पहुंच गया है, जबकि फल और सब्जियों का उत्पादन भी 640 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा हो गया है।

पीएम ने यह भी बताया कि बीज से लेकर बाजार तक कृषि क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं। इन सुधारों की वजह से भारत दूध उत्पादन में दुनिया में सबसे आगे है। साथ ही भारत मछली उत्पादन में दुनिया का दूसरा बड़ा देश बन चुका है। शहद का उत्पादन भी 2014 के मुकाबले दोगुना बढ़ गया है।

देश में छह बड़ी उर्वरक फैक्ट्रियां बनाई गई हैं और 25 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिट्टी की स्वास्थ्य कार्ड दी गई हैं। सूक्ष्म सिंचाई की सुविधा अब 100 लाख हेक्टेयर जमीन में पहुंच चुकी है। पीएम फसल बीमा योजना के तहत किसानों को 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का क्लेम मिल चुका है। साथ ही, 10 हजार से ज्यादा किसान उत्पादक संगठन भी बने हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उन्होंने इस कार्यक्रम से पहले कई किसानों और मछुआरों से बात की। उन्होंने कृषि में काम कर रही महिलाओं के अनुभव भी सुने। उन्होंने कहा कि किसानों की ये उपलब्धियां पिछले 11 वर्षों की मेहनत का नतीजा हैं।