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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा ने न केवल कूटनीतिक मंच पर हलचल मचाई है, बल्कि एक अनोखे स्वागत ने हर किसी का ध्यान खींच लिया। जैसे ही मोदी का विमान सऊदी हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ, रॉयल सऊदी वायुसेना के F-15 फाइटर जेट्स ने उनकी सुरक्षा और स्वागत के लिए उड़ान भरी। यह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि भारत और सऊदी अरब के बीच गहरे रिश्तों का प्रतीक है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे एक ‘विशेष संकेत’ करार दिया है। तो आइए, इस ऐतिहासिक यात्रा की कहानी को करीब से जानते हैं और समझते हैं कि क्यों यह दौरा ‘असीम संभावनाओं’ का नया अध्याय खोल रहा है!

F-15 जेट्स से स्वागत

जब प्रधानमंत्री मोदी का विमान सऊदी अरब के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर रहा था, तब क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निर्देश पर रॉयल सऊदी वायुसेना ने अपने F-15 फाइटर जेट्स को उनके स्वागत और सुरक्षा के लिए भेजा। यह नजारा न केवल शानदार था, बल्कि दोनों देशों के बीच बढ़ती नजदीकियों का एक मजबूत संदेश भी था।

सऊदी अरब: भारत का कीमती साझेदार

प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब को भारत का ‘सबसे कीमती साझेदार’ बताते हुए इसे एक ‘विश्वसनीय मित्र और रणनीतिक सहयोगी’ करार दिया है।

भारतीय पीएम ने इस रिश्ते को ‘असीम संभावनाओं’ वाला बताया और कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय निवेश संधि और भारत-जीसीसी मुक्त व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं। ये कदम दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की दूरदर्शिता की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी नेतृत्व क्षमता इस साझेदारी को और मजबूत कर रही है।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ अपने व्यक्तिगत तालमेल की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि क्राउन प्रिंस की दूरदर्शिता और जुनून ने उन पर गहरी छाप छोड़ी है। मोदी ने सऊदी विजन 2030 और विकसित भारत 2047 के बीच समानताएं देखीं, जो दोनों देशों के विकास और प्रगति के लिए एक साझा दृष्टिकोण को दर्शाता है।