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Pager Attack: बीते माह इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने सिक्रेट प्लान से दुनिया को हिलाकर रख दिया था, जब हजारों पेजर एक साथ आतंकवादी समूह के सदस्यों को घायल कर गए थे। उसके बाद आतंकवादी संगठन पर वॉकी-टॉकी विस्फोट हुआ, जो इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा आतंकवाद विरोधी शातिर योजना को दर्शाता है। इसने दुनिया भर में सनसनी पैदा कर दी है कि क्या होगा अगर आतंकवादी सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए उसी तरीके की नकल करते हैं। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मीडिया से चर्चा के दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दिया।

सेना प्रमुख ने कहा, "आप जिस पेजर की बात कर रहे हैं, वो ताइवान की एक कंपनी है जो हंगरी की एक कंपनी को सप्लाई की जा रही है। हंगरी की कंपनी ने इसके बाद उसे उन्हें दे दिया। जो शेल कंपनी बनाई गई है, वो इजरायलियों का मास्टरस्ट्रोक है और इसके लिए कई सालों की तैयारी की जरूरत होती है। इसका मतलब है कि वे इसके लिए तैयार थे। युद्ध उस तरह से शुरू नहीं होता जिस तरह से आप लड़ना शुरू करते हैं। ये उस दिन से शुरू होता है जिस दिन आप प्लान बनाना शुरू करते हैं। और यही सबसे अहम है।"

उन्होंने आगे कहा कि भारत अपनी आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान को लेकर बहुत सतर्क है। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, "हमारी तरफ से आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और अवरोधन ऐसी चीजें हैं, जिन पर हमें बहुत सतर्क रहना होगा। हमें अलग अलग स्तरों पर निरीक्षण करना होगा, चाहे वो तकनीकी स्तर पर हो या मैनुअल स्तर पर ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि हमारे मामले में ऐसी चीजें दोबारा न हों।"
 

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