img

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज अस्पताल में जारी है। इस दुखद घटना के बाद केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ एयरलाइन कंपनियों ने भी राहत कार्यों को तेज़ कर दिया है।

एयर इंडिया की दो अतिरिक्त उड़ानें श्रीनगर से

घटना के बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एयर इंडिया ने श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए दो अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है। एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि 23 अप्रैल, बुधवार को श्रीनगर से दिल्ली के लिए सुबह 11:30 बजे और मुंबई के लिए दोपहर 12:00 बजे उड़ानें संचालित की जाएंगी।

इसके साथ ही एयर इंडिया ने यह भी कहा है कि जिन यात्रियों की यात्रा 30 अप्रैल तक तय है, उन्हें पुनः बुकिंग और पूरा रिफंड मुफ्त में दिया जाएगा। एयरलाइन की सभी अन्य उड़ानें पूर्व निर्धारित समय के अनुसार संचालित होंगी।

हमले के शिकार ज्यादातर पर्यटक थे

इस हमले की सबसे भयावह बात यह है कि आतंकी हमले का निशाना सामान्य नागरिक, खासकर पर्यटक बने। मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बंगाल, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश और हरियाणा के निवासी शामिल हैं। बताया गया है कि आतंकियों ने लोगों से उनके नाम पूछे और फिर पहचान के आधार पर उन्हें गोली मार दी। यह हमला न केवल एक हिंसक वारदात था, बल्कि एक सोची-समझी और टारगेटेड कार्रवाई थी।

विशेष विमान से घर भेजे जाएंगे शव

श्रीनगर के अस्पताल में सभी मृतकों के पोस्टमार्टम के बाद अब उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमानों के जरिए उनके गृह राज्यों में भेजा जा रहा है। यह काम आज पूरा किया जाएगा ताकि परिवार अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार कर सकें।

पीएम मोदी ने छोड़ा सऊदी दौरा, गृहमंत्री का दौरा पहलगाम

घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा बीच में ही छोड़कर भारत लौटने का फैसला किया है। गृहमंत्री अमित शाह आज पहलगाम का दौरा करेंगे और उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।

हमलावरों की तलाश में सुरक्षा बल जुटे

हमले के बाद से पूरे क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। भारतीय सेना, सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के जवान पहलगाम के आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रहे हैं। आर्मी की विक्टर फोर्स भी इस ऑपरेशन में सक्रिय है।

TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी

इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन TRF (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने ली है। यह संगठन पहले भी कई हमलों में शामिल रहा है और इसे पाकिस्तान से समर्थन मिलने के आरोप लगते रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमले की निंदा

इस हमले की निंदा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात कर इस घटना पर चिंता व्यक्त की और भारत को आतंक के खिलाफ हर संभव सहायता देने की बात कही। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और भारत के साथ एकजुटता जाहिर की है।

यह हमला एक बार फिर यह दिखाता है कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ सतर्कता और मजबूती से खड़ा रहना होगा। चाहे बात कूटनीति की हो या ज़मीनी सुरक्षा की, हर स्तर पर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।