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Up kiran,Digital Desk : अमेरिका इस वक्त गुस्से और दुख में डूबा हुआ है। व्हाइट हाउस के पास हुए हमले में जान गंवाने वाली सैनिक सारा बेकस्ट्रोम और जिंदगी-मौत से जूझ रहे एंड्रयू वोल्फ के परिवारों से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद मुलाकात करेंगे। ट्रंप ने इन दुखी परिवारों को अपना दर्द बांटने के लिए व्हाइट हाउस आने का न्योता दिया है।

क्या है पूरा मामला?

ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सारा के परिवार से बात की है और वे लोग बुरी तरह टूटे हुए हैं। वह व्हाइट हाउस में इन दोनों बहादुर सैनिकों को सम्मानित करना चाहते हैं। आपको बता दें कि 29 साल के एक अफगानी युवक, रहमानुल्लाह ने इन दोनों पर गोली चला दी थी, जब वे राजधानी वॉशिंगटन डीसी में अपराध के खिलाफ एक अभियान के तहत ड्यूटी पर तैनात थे। हमले के बाद रहमानुल्लाह को गिरफ्तार कर लिया गया था।

इस हमले को ट्रंप ने एक 'आतंकी हमला' करार दिया है और गुस्से में अफगानिस्तान से आने वाले सभी लोगों का वीजा अगले आदेश तक के लिए रोक दिया है।

सारा ठीकरा बाइडेन सरकार पर

इस पूरे मामले पर अब राजनीति भी गरमा गई है। होमलैंड सिक्योरिटी की हेड क्रिस्टी नोएम ने हमले के लिए सीधे तौर पर पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि हमलावर को अमेरिका में रहने देने की प्रक्रिया बाइडेन के राज में ही शुरू हुई थी, इसलिए इस सैनिक की मौत के असली जिम्मेदार वही हैं।

क्रिस्टी नोएम ने खुलासा किया कि वॉशिंगटन में गोलीबारी करने वाले रहमानुल्लाह लकनवाल पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। यह वही शख्स है जो साल 2021 में बाइडेन सरकार के 'ऑपरेशन एलाइज वेलकम' के तहत अमेरिका आया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उस वक्त अफगानिस्तान से आए लोगों की ठीक से जांच ही नहीं की गई – न तो उनकी उंगलियों के निशान (बायोमेट्रिक) लिए गए और न ही उनके सोशल मीडिया की कोई जांच हुई।

वहीं, अटॉर्नी जनरल पाम बोन्डी ने साफ कर दिया है कि वे हमलावर के लिए मौत की सजा की मांग करेंगे।