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Up Kiran, Digital Desk: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद भारत सरकार लगातार कड़े फैसले ले रही है। पाकिस्तान को हर मोर्चे पर घेरने की तैयारी है। सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद खबर है कि भारत ने अब चिनाब नदी का पानी भी रोक दिया है। और तो और अब झेलम नदी पर बने किशनगंगा बांध के पानी को भी रोकने की सुगबुगाहट तेज हो गई है।

मगर इन सबके बीच पाकिस्तान के इस्लामाबाद की लाल मस्जिद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने हर तरफ हलचल मचा दी है। इस वीडियो में मस्जिद के मौलवी साहब कुछ ऐसी बातें कह रहे हैं, जिसे सुनकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे।

वायरल वीडियो में क्या है?

वायरल हो रहे इस वीडियो में मौलवी अपने अनुयायियों से एक सवाल पूछते हुए नजर आ रहे हैं। उनका सवाल है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच जंग छिड़ जाती है, तो कितने लोग पाकिस्तान की तरफ से लड़ने के लिए आगे आएंगे? हैरानी की बात यह है कि इस सवाल के जवाब में एक भी व्यक्ति ने अपना हाथ नहीं उठाया।

इसके बाद मौलवी ने जो कहा वो और भी चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा कि शायद लोग उनका साथ इसलिए नहीं दे रहे हैं क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच यह जंग इस्लाम की जंग नहीं है। उनका यह भी कहना था कि भारत में मुसलमानों पर उतना अत्याचार नहीं होता, जितना कि पाकिस्तान में होता है। मौलवी ने यह भी जोड़ा कि अब धीरे-धीरे लोगों को यह बात समझ में आ रही है कि यह लड़ाई इस्लाम की नहीं, बल्कि कौम की है। उन्होंने पाकिस्तानी सेना पर भी निशाना साधते हुए पूछा कि क्या भारत में भी उतने ही लोग लापता होते हैं, जितने पाकिस्तान में।

पश्तूनों का भारत को समर्थन?

एक और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब प्रसारित हो रहा है, जिसे पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का बताया जा रहा है। इस क्लिप में एक मौलाना को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि यदि हिंदुस्तान भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो पश्तून समुदाय का हर मौलाना भारतीय सेना का खुलकर समर्थन करेगा। उन्होंने आगे यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना ने उन पर इतने जुल्म किए हैं कि वे कभी भी "पाकिस्तान जिंदाबाद" का नारा नहीं लगा सकते।

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