
Up Kiran, Digital Desk: एक अमेरिकी थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल की हालिया रिपोर्ट ने वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में एक नई चिंता बढ़ा दी है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान एक ऐसी नई बैलिस्टिक मिसाइल विकसित कर रहा है जो मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल रीएंट्री व्हीकल्स (MIRV) क्षमता से लैस होगी, और सैद्धांतिक रूप से, संयुक्त राज्य अमेरिका के क्षेत्र तक भी मार करने में सक्षम हो सकती है।
रिपोर्ट 'द न्यूक्लियर आर्सेनल ऑफ द वर्ल्ड' में टोबी डाल्टन द्वारा लिखी गई है और इसमें पाकिस्तान की नई मिसाइल, 'अबाबील', का विशेष उल्लेख है। यह मिसाइल न केवल कई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम होगी, बल्कि भारत जैसी उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणालियों को भेदने की क्षमता भी रखेगी।
रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा है कि 'अबाबील' यदि कराची के पास से लॉन्च की जाए, तो अमेरिकी राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. सहित अमेरिकी क्षेत्र तक पहुंचने की सैद्धांतिक क्षमता रखती है। यह दावा उस पारंपरिक धारणा को चुनौती देता है कि पाकिस्तान की मिसाइलें मुख्य रूप से क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी भारत को निशाना बनाने के लिए हैं।
पाकिस्तान का यह मिसाइल विकास मुख्य रूप से भारत की बढ़ती मिसाइल रक्षा क्षमताओं के जवाब में देखा जा रहा है। भारत ने हाल के वर्षों में अपनी बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (BMD) प्रणाली को मजबूत किया है, जिसे भेदने के लिए पाकिस्तान MIRV तकनीक पर काम कर रहा है। पाकिस्तान के पास पहले से ही शाहीन-III जैसी बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जिनकी मारक क्षमता 1,700 से 2,750 किलोमीटर के बीच है। हालांकि, 'अबाबील' MIRV तकनीक के कारण इनसे कहीं अधिक घातक मानी जा रही है, क्योंकि यह एक ही बार में कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है।
यह नया विकास दक्षिण एशिया में सामरिक स्थिरता के लिए नई चुनौतियां पेश कर सकता है और वैश्विक परमाणु अप्रसार प्रयासों के लिए भी चिंता का विषय है। इससे हथियारों की होड़ बढ़ने की आशंका है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम की निगरानी एक जटिल चुनौती बन जाएगी।
--Advertisement--