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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय एयरलाइन एयर इंडिया ने रखरखाव संबंधी समस्याओं का हवाला देते हुए अपनी 8 और उड़ानों को रद्द करने की घोषणा की है। इस फैसले से यात्रियों को एक बार फिर बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, खासकर ऐसे समय में जब हवाई यात्रा की मांग काफी ज्यादा है।

क्या है समस्या?

कंपनी ने इन रद्द की गई उड़ानों का कारण विमानों के रखरखाव संबंधी दिक्कतें बताई हैं। इसका मतलब है कि विमानों को उड़ान भरने के लिए पूरी तरह से तैयार करने में कुछ तकनीकी या रखरखाव संबंधी बाधाएं आ रही हैं, जिसके चलते उन्हें grounded (उड़ान भरने लायक न होना) करना पड़ा है। यह ऐसे समय में हुआ है जब एयर इंडिया पहले से ही पायलटों और चालक दल की कमी के कारण उड़ानों में देरी और रद्द होने जैसी चुनौतियों का सामना कर रही है।

यात्रियों पर असर और कंपनी का कदम

इन उड़ानों के रद्द होने से हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाएं बाधित हुई हैं। जिन यात्रियों ने इन उड़ानों में टिकट बुक कराए थे, उन्हें अब अपनी यात्रा को री-शेड्यूल करना होगा या रद्द करना पड़ेगा। एयरलाइन ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है। प्रभावित यात्रियों को पूरा रिफंड या बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के वैकल्पिक उड़ानें बुक करने का विकल्प दिया जा रहा है, ताकि वे अपनी मंजिल तक पहुंच सकें।

लगातार उड़ानों का रद्द होना और देरी होना एयर इंडिया की परिचालन दक्षता (operational efficiency) और विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहा है। नागरिक उड्डयन नियामक (DGCA) को इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके और भारतीय विमानन क्षेत्र में विश्वास बना रहे। यह देखना होगा कि एयर इंडिया इन रखरखाव चुनौतियों से कैसे निपटती है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को कैसे कम करती है।

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