
Up Kiran, Digital Desk: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट की सीरीज शुरू होने से पहले ही 'माइंड गेम्स' का दौर शुरू हो चुका है, और इसकी शुरुआत की है ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने। कमिंस से जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को मिलाकर एक बेस्ट वनडे इलेवन (Combined ODI XI) चुनने को कहा गया, तो उन्होंने एक ऐसी टीम चुनी है जिसने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है।
हैरानी की बात यह है कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने अपनी इस 'ड्रीम टीम' में सिर्फ तीन भारतीय खिलाड़ियों को जगह दी है, जबकि अपनी टीम यानी ऑस्ट्रेलिया के आठ खिलाड़ियों को शामिल किया है। और सबसे बड़ा झटका तो यह है कि कमिंस ने भारतीय टीम के कप्तान और दुनिया के सबसे खतरनाक ओपनर्स में से एक, रोहित शर्मा को ही अपनी टीम में शामिल करने लायक नहीं समझा।
कमिंस की 'विवादित' ड्रीम टीम देखिए: पैट कमिंस द्वारा चुनी गई यह टीम किसी भी भारतीय फैन को नाराज कर सकती है:
डेविड वॉर्नर (ऑस्ट्रेलिया)
ट्रैविस हेड (ऑस्ट्रेलिया)
स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया)
विराट कोहली (भारत)ग्लेन मैक्सवेल (ऑस्ट्रेलिया)
कुलदीप यादव (भारत)पैट कमिंस (कप्तान - ऑस्ट्रेलिया)
मिशेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया)
जसप्रीत बुमराह (भारत)एडम जैम्पा (ऑस्ट्रेलिया)
जोश हेजलवुड (ऑस्ट्रेलिया)
किन भारतीयों को मिली जगह: कमिंस की टीम में सिर्फ तीन भारतीय अपनी जगह बना पाए:
विराट कोहली: 'रन मशीन' कोहली को उनकी लाजवाब बल्लेबाजी के लिए नंबर 4 पर रखा गया है।
जसप्रीत बुमराह: 'यॉर्कर किंग' बुमराह को उनके सटीक तेज गेंदबाजी आक्रमण के लिए चुना गया है।
कुलदीप यादव: चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव अपनी जादुई फिरकी की वजह से टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे।
सिर्फ माइंड गेम या कुछ और: इस टीम से साफ झलकता कि वह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को भारतीय खिलाड़ियों से बेहतर मानते हैं। रोहित शर्मा जैसे दिग्गज बल्लेबाज के अलावा शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या और मोहम्मद सिराज जैसे मैच विनर्स को भी नजरअंदाज कर दिया गया है।
क्रिकेट के जानकार इसे सीरीज से पहले भारतीय टीम पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की एक क्लासिक ऑस्ट्रेलियाई रणनीति मान रहे हैं। कमिंस ने इस टीम के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की है कि कागज पर उनकी टीम 21 है। हालांकि, यह सिर्फ एक फैंटेसी टीम है, लेकिन इसने आने वाली सीरीज के रोमांच को कई गुना बढ़ा दिया है। अब देखना यह होगा कि क्या टीम इंडिया मैदान पर कमिंस की इस सोच को गलत साबित कर पाती है या नहीं।